आगरा (www.arya-tv.com) पिछले विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी आगामी चुनाव के लिए अपना किला मजबूत करने में जुट गई हैं। दोनों दलों ने मतदाता सूची को मजबूत करने के लिए अपनी टीमें मैदान में उतार दी हैं। पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर सूची का सत्यापन कर रहे हैं। पार्टी समर्थित जिन मतदाताओं के नाम सूची में नहीं हैं, उनके नाम जुड़वाए जा रहे हैं। यदि किसी त्रुटि की वजह से वह पिछले चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाए हैं, तो उस त्रुटि को सही कराया जा रहा है।
दोनों पार्टियों की कोशिश है कि उनके समर्थित मतदाता इस बार वोट डालने से किसी भी तरह से रह न जाएं। उनके लिए एक-एक वोट जरूरी है।इधर, भाजपा भी अपना किला बचाने के लिए मतदाता सूची का सत्यापन करा रही है। इसके लिए बूथ स्तर पर टीमें गठित की गई हैं।
आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इसको लेकर सपा और बसपा सक्रिय हो गए हैं। पिछली सूची के आधार पर मतदाताओं का मिलान किया जा रहा है। 18 साल पूरे करने वाले युवाओं के नाम सूची में जुड़वाए जा रहे हैं। बहुत से ऐसे मतदाता भी हैं, जिनके नाम अब तक सूची में नहीं हैं।
दोनों दलों की टीमें ऐसे मतदाताओं के फार्म भरवा रही हैं। मतदाता सूची के सत्यापन के लिए सपा ने बूथ अध्यक्ष के नेतृत्व में दस-दस युवाओं की टीम तैयार की है। विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष की टीम बूथ स्तरीय टीमों के कार्यों का परीक्षण करेगी। महानगर स्तरीय टीम इसकी निगरानी करेगी। इसी प्रकार बसपा ने भी बूथ स्तर पर अपनी टीमें गठित की हैं।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव की स्थिति
32,42,858 कुल मतदाता थे
17,79,092 पुरुष मतदाता थे
14,63,635 महिला मतदाता थीं
131 अन्य मतदाता थे पिछले चुनाव में
विधानसभा क्षेत्र कुल मतदाता
एत्मादपुर 4,16,505
छावनी 4,26,913
दक्षिण 3,48,429
उत्तर 3,95,382
ग्रामीण 3,91,602
फतेहपुर सीकरी 3,37,184
खेरागढ़ 3,09,263
फतेहाबाद 2,96,959
बाह 3,20,621
हमने बूथ स्तर पर टीमें गठित कर दी हैं। ये टीमें अपने-अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर मतदाता सूची का सत्यापन कर रहीं हैं। जिनका नाम सूची में नहीं है, उनके नाम जुड़वाए जा रहे हैं।
विक्रम सिंह, जिलाध्यक्ष, बसपा
बूथों पर बीएलओ नहीं पहुंच रहे हैं। हमारी टीमें गली-गली जाकर मतदाता सूची का सत्यापन कर रही हैं। बहुत से मतदाताओं के नाम सूची में नहीं हैं। उन्हें जुड़वाया जा रहा है।