(www.arya-tv.com) चाणक्यपुरी स्थित अति सुरक्षित माने जाने वाले एंबेसी इलाके की सुरक्षा में सेंध का बड़ा मामला सामने आया है। सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करने दिल्ली आए एक वैज्ञानिक नेहरू पार्क के सामने पार्किंग में पाकिस्तान उच्चायोग के ठीक पास इनोवा कार में सात दिन तक रहे। चाणक्यपुरी समेत नई दिल्ली जिला पुलिस को मामले की भनक तक नहीं लगी। मामला जब संज्ञान में आया तो लापरवाही बरतने पर बीट अफसर नरसीराम को निलंबित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि नरसीराम ने इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल व खुफिया विभाग ने वैज्ञानिक से संयुक्त रूप से पूछताछ की है।
नई दिल्ली जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चेन्नई निवासी गोपाल कृष्णन (40) पेशे से वैज्ञानिक हैं। वह नेहरू पार्क की पार्किंग में कार में करीब सात दिन रहे, जहां वह रहे थे वहां सामने ही पाक उच्चायोग समेत अन्य एंबेसी हैं। चाणक्यपुरी थाना पुलिस के संज्ञान में यह मामला मंगलवार को सामने आया था। इसके बाद उन्हें चाणक्यपुरी थाने लाया गया और दिल्ली पुलिस समेत देश की सुरक्षा एजेंसियों ने उनसे संयुक्त रूप से कई घंटे पूछताछ की।
गोपाल कृष्णन ने बताया है कि वह वैज्ञानिक हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा था कि वह वर्ष 2012 में अमेरिका गए थे, जहां अमेरिका की सुरक्षा एजेंसियों ने उनके शरीर में चिप डाल दी थी। इससे उनके शरीर में सिग्नल्स आते हैं और उन्हें परेशानी होती है। उन्हें सुरक्षा दी जाए। प्रधानमंत्री की ओर से कोई जवाब नहीं मिला तो वह सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करने के लिए दिल्ली आए गए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका डालकर सुरक्षा मांगी है।
दिल्ली पुलिस उन्हें मानसिक रूप से कमजोर बता रही है और चेन्नई से उनके परिजनों को बुलाकर उनके हवाले कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस अधिकारी इसे एंबेसी इलाके की सुरक्षा में बड़ी सेंध बता रहे हैं। आईबी अधिकारियों ने दावा किया है कि गोपाल कार में तीन से चार दिन रहे थे।
बिल्डिंग गिरने की वजह से कार में रहे
नई दिल्ली जिला पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गोपाल कृष्णन ने पूछताछ में बताया कि उसे लगता है कि होटल व बिल्डिंग गिर जाएगी तो वह मर जाएगा। इसलिए वह किसी होटल में नहीं ठहरे और कार में ही रहे। वह हमेशा हेलमेट पहन कर रहते हैं।
दर्ज नहीं किया केस
दिल्ली पुलिस ने इस बाबत कोई मामला दर्ज नहीं किया है। इसकी चाणक्यपुरी थाने में डीडी एंट्री दर्ज की गई है। चाणक्यपुरी थाने में इसकी जांच चल रही है।