सीतापुर में कारतूस फैक्ट्री में धमाका:पॉश कॉलोनी में चल रही थी 12 बोर की कारतूस बनाने की फैक्ट्री

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(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के सीतापुर के एक मकान में चल रही कारतूस बनाने की फैक्ट्री में आग लग गई। आग लगते ही मकान में विस्फोटक सामग्री होने से तेज धमाके होने लगे। एक के बाद एक कई धमाके हुए। जिससे आग ने और विकराल रूप ले लिया। ये धमाके इतने तेज थे कि, मकान की छत और दीवारों में दरारें पड़ गईं। शहर की पॉश कॉलोनी के बीच चल रही कारतूस फैक्ट्री में धमाके से इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस व फायर ब्रिगेड को हादसे की सूचना दी। सूचना के बाद पहुंची फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। घटना जिले के प्रेम नगर की है।

1981 से है कारतूस बनाने का लाइसेंस
शहर कोतवाली क्षेत्र की प्रेम नगर कॉलोनी निवासी जगमोहन पाहवा गन हाउस के मालिक है। उनकी कॉलोनी में ही कारतूस बनाने की फैक्ट्री है। जगमोहन ने बताया कि, उनके पास 1981 से 12 बोर की कारतूस बनाने और उसकी पैकिंग करने का लाइसेंस है। आग में कितने का नुकसान हुआ है, इसका आंकलन अभी नहीं किया गया है।

हो सकता था बड़ा हादसा
शहर के पॉश इलाके के बीचोबीच कारतूस फैक्ट्री चल रही है। फैक्ट्री में धमाके के साथ आग आग बेकाबू हो गई। ऐसे में लगातार हो रहे धमाके से बड़ा हादसा भी हो सकता था। आग लगने से पड़ोस में रहने वालों के चेहरे पर दहशत साफ तौर पर देखी जा सकती थी। हालांकि, अच्छी बात ये है कि फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियों को लगाकर आग पर काबू पाया जा सका।

पुलिस कर रही जांच
पुलिस कारतूस फैक्ट्री में हुए हादसे की जांच कर रही है। लोगों के बयान दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस का कहना है कि, जगमोहन पाहवा के पास साल 1981 से इस फैक्ट्री को संचालित करने का लाइसेंस है। लेकिन, रिहायशी कॉलोनी के बीच कारतूस फैक्ट्री का संचालन करना अवैध है। पुलिस का कहना है कि, हादसे में किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है। मामले की गहनता से छानबीन की जा रही है।