(आर्य न्यूज़ लखनऊ )
अमेरिका के पूर्वी तट पर फ़्लोरेंस अब चौथी श्रेणी का तूफ़ान बन गया है। फ़्लोरेंस सोमवार सुबह तक दूसरी श्रेणी का तूफ़ान था और यह नॉर्थ कैरोलाइना के दक्षिण पूर्व में स्थित केप फ़ियर से 2000 किलोमीटर दूर था।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि यह पूर्वी अमरीका के पूर्वी तट पर चक्रवात है। फ़्लोरेंस के ख़तरे के कारण बड़े पैमाने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर ले जाने का अभियान चलाया जा रहा है। माना जा रहा है कि यह इस क्षेत्र में पिछले कई दशकों में आने वाला सबसे भीषण चक्रवात साबित हो सकता है।
साउथ कैरोलाइना के गवर्नर ने तटीय इलाक़ों में बसे सभी लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का आदेश दिया है। वहीं नॉर्थ कैरोलाइना और वर्जीनिया में आपातकाल लागू कर दिया गया है।
माना जा रहा है कि यह ख़तरनाक चक्रवात गुरुवार को कैरोलाइना में दस्तक दे सकता है।
195 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार से हवाओ के साथ समुद्री हलचल की भी आशंका है। नेशनल हरिकेन सेंटर (एनएचसी) ने फ्लोरेंस को ‘बेहद ख़तरनाक’ मौसमी घटना बताया है। यह तटीय और अंदरूनी इलाक़ों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण तबाही मचा सकता है।
एनएचसी ने कहा है, “फ्लोरेंस के कारण जानलेवा प्रभाव पैदा हो सकते हैं। तटों में लहरें उठ सकती हैं और भारी-बारिश के कारण अंदरूनी इलाक़ों में पानी भरने के कारण बाढ़ आ सकती है।