लखनऊ। सच एक सर्जरी की तरह होता है थोड़ा दर्द होता है, लेकिन राहत मिलती है। झूठ एक पेन किलर की तरह है जो आपको अस्थायी राहत जरूर देता है,लेकिन उसके साइड इफेक्ट जीवनभर के होते हैं। ये कहना है विश्व हिंदू परिषद की फायर ब्रांड नेता साघ्वी डॉ. प्राची का।
पालघर पर मौन थे दुबे के हमदर्द
साध्वी प्राची ने शनिवार को विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद कांग्रेस की प्रतिक्रिया पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ये वहीं लोग हैं जो हालही में पालघर में साधुओं की हत्या पर मौन थे। आज ये दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
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कश्मीरी पंडितों के साथ अन्याय को नहीं भूला देश
साध्वी ने कहा कि पूरा देश आज भी कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अन्याय को नहीं भूला। उस वक्त किसकी सरकार थी। लाखों कश्मीरी पंडितों को अपने ही घरों को छोड़ना पड़ा। उनकी बेटियों के साथ दरिंदगी हुई। उन्हें घरों से बेघर कर दिया गया, लेकिन तब इनको ब्राम्हणों से हमदर्दी नहीं थी आज जब एक दुर्दांत अपराधी मारा गया तो इसमें ये लोग जांच की मांग कर रहे हैं।
संजय गांधी की मौत का कारण बताएं?
साध्वी ने कहा कि सोनिया गांधी पहले पालघर में संतों की हत्या की सीबीआई जांच करवाकर दिखाएं। आज दुर्दांत अपराधी के एनकाउंटर को फर्जी बताकर जांच करवाने की मांग कर रहे हैं। ये वहीं लोग है जो ऐसे सपोलों को संरक्षण देने का काम करते हैं। साध्वी ने व्यंग करते हुए एक शेर पढ़ा कि ‘सच्चाई भी उचित मात्रा में परोसिये जनाब अक्सर लोगों को सच्चाई सुनकर बदहजमी हो जाती है। उन्होंने संजय गांधी की मौत पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सोनिया जी बताएं की उनकी मौत कैसे हुई।
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दुबे क्रूर अपराधी था
साध्वी ने कहा कि दुबे क्रूर मानसिकता का अपराधी था। उसने कॉलेज के प्रिंसिपल को मारकर उसके खून को हांथों में मलकर हंसा था। दुबे की हरकत का अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं कि उसकी मौत पर उसके पिता तक नहीं आए। साध्वी ने कहा कि आज देश की न्यायपालिका और कानून व्यवस्था का बहुत सारा कीमती वक्त बच गया और न जाने कितने अपराधों और अपराधियों से देश को बचा लिया गया।
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गुंडों को उनकी सही जगह
साध्वी ने कहा कि जब खाकी का लहू बहता है तो अपराधियों को संरक्षण देने वालों का खून नहीं खौलता लेकिन जब वही अपराधी मारा जाता है तो यही लोग उसकी जांच करवाने की मांग करते हैं। योगी सरकार ने परंपरा को बदला है अब गुंडों को उनकी सही जगह पहुंचाया जा रहा है।
क्या कहा था इन नेताओं ने
दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 10, 2020
उप्र की कानून-व्यवस्था बदतर हो चुकी है। राजनेता-अपराधी गठजोड़ प्रदेश पर हावी है। कानपुर कांड में इस गठजोड़ की सांठगांठ खुलकर सामने आई।
कौन-कौन लोग इस तरह के अपराधी की परवरिश में शामिल हैं- ये सच सामने आना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से पूरे कांड की न्यायिक जाँच होनी चाहिए pic.twitter.com/vRHQlsaJ3y
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 10, 2020
1. कानपुर पुलिस हत्याकाण्ड की तथा साथ ही इसके मुख्य आरोपी दुर्दान्त विकास दुबे को मध्यप्रदेश से कानपुर लाते समय आज पुलिस की गाड़ी के पलटने व उसके भागने पर यूपी पुलिस द्वारा उसे मार गिराए जाने आदि के समस्त मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) July 10, 2020