- स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के दस दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण शुरू
- प्रशिक्षण एवं पाठ्य सामग्री तथा डेªस का किया गया वितरण
बन्थरा-लखनऊ। सरोजनीनगर खंड विकास अधिकारी निशान्त राय ने कहा कि महिलाओं द्वारा किये जाने वाले कार्य से सीधा आर्थिक लाभ न होने के चलते परिवार के महत्वपूर्ण कार्यों में उनकी सहमति नही ली जाती। इसलिए महिलाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण लेकिर आर्थिक व सामाजिक रूप से मजबूत होकर आत्मनिर्भर बनना चाहिए। श्री राय शुक्रवार को उप्र आजीविका मिशन द्वारा प्रायोजित व उप्र कौशल विकास मिशन द्वारा आयोजित स्वयं सहायत समूह की महिलाओं के लिए भारतीय बाल साक्षरता मिशन के माध्यम से सरोजनीनगर के सहयोग परिवार परिसर में आयोजित दस दिवसीय सेल्फ एम्पलाॅड टेलर प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर प्रतिभागियों को सम्बोधित कर रहे थे।
इस मौके पर ड्रेस एवं पाठ्य सामग्री का भी वितरण किया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि एक पुरूष को सशक्त करने से एक परिवार सशक्त होता है जबकि एक महिला को सशक्त करने से दो परिवार सशक्त होता है। इसलिए महिलाओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण लेना जरूरी है। इस मौके पर आजीविका मिशन के संजय निगम ने कहा कि स्वयं सहायता समूहो को मजबूत करने के लिए सरकार द्वारा काफी धन दिया जा रहा है।
इसलिए महिलाएं अपने समूह की सदस्यों को मजबूत करने के लिए गांव स्तर पर छोटे-छोटे स्वरोजगार स्थापित करे। उन्होंने कहा कि महिलाओं द्वारा बनाए जाने वाले उत्पादो की बिक्री करने के लिए सरकार द्वारा मार्केटिंग करने की भी व्यवस्था कर रही है। इस मौके पर आजीविका मिशन सरोजनीनगर के नोडल अधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह प्रतिभागियों को प्रशिक्षण की पूर्ण जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन सहयोग परिवार के अध्यक्ष राज किशोर पासी ने कि जबकि सीड की अध्यक्ष गीता ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।