लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज जन्मदिन है। वह शुक्रवार को 48 साल से हो गए हैं। योगी आदित्यनाथ का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के पंचूर गांव में पांच जून 1972 को हुआ। योगी आदित्यनाथ का नाम अजय सिंह बिष्ट है। वह गोरखपुर पहुंचकर योगी आदित्यनाथ बन गए।
महज 26 साल की उम्र में पहली बार में ही सांसद बनने वाले योगी आदित्यनाथ 45 साल की उम्र में यूपी के सीएम बन गए। प्रदेश की नहीं बल्कि देश की सियासत में उन्हें हिंदुत्व के चेहरे के तौर पर जाना जाता है।
योगी आदित्यनाथ की शिक्षा
इनके पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट और माता का नाम सावित्री देवी है। योगी ने 1989 में ऋषिकेश के भरत मंदिर इंटर कॉलेज से 12वीं पास की और 1992 में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में बीएससी की पढ़ाई पूरी की।
सीएम योगी का राजनीतिक इतिहास
योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को प्रदेश के विधान सभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत के बाद यूपी के 21वें मुख्यमन्त्री पद की शपथ ली। वह 1998 से 2017 तक भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गोरखपुर लोकसभा से सांसद रहे। 2014 लोकसभा चुनाव में भी यहीं से सांसद चुने गए थे।
योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मन्दिर के पूर्व महन्त अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं। ये हिन्दू युवाओं के सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह हिन्दू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं, तथा इनकी छवि एक प्रखर राष्ट्ररवादी नेता की है। छात्र जीवन में ही वो राममंदिर आंदोलन से जुड़ गए थे। 90 के दशक में राममंदिर आंदोलन के दौरान ही योगी आदित्यनाथ की मुलाकात गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक कार्यक्रम हुई। इसके कुछ दिनों बाद योगी अपने माता-पिता को बिना बताए गोरखपुर जा पहुंचे और जहां संन्यास धारण करने का निश्चय लेते हुए गुरु दीक्षा ले ली। महंत अवैद्यनाथ भी उत्तराखंड के रहने वाले थे। जिन्होंने अजय सिंह बिष्ट को योगी आदित्यनाथ बनाने का काम किया।
गोरखनाथ मंदिर के महंत की गद्दी का उत्तराधिकारी बनाने के चार साल बाद ही महंत अवैद्यनाथ ने योगी आदित्यनाथ को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी भी बना दिया। गोरखपुर से महंत अवैद्यनाथ चार बार सांसद रहे, उसी सीट से योगी 1998 में 26 वर्ष की उम्र में लोकसभा पहुंचे और फिर लगातार 2017 तक पांच बार सांसद रहे।
हिंदू युवा वाहिनी का निर्माण
योगी आदित्यनाथ ने अपनी निजी सेना हिंदू युवा वाहिनी का निर्माण किया जो गौ सेवा करने व हिंदू विरोधी गतिविधियों से निपटने के लिए बनाई गई। हिंदू युवा वाहिनी ने गोरखपुर में ऐसा माहौल तैयार किया, जिसके चलते आज तक उन्हें कोई चुनौती नहीं दे सका। एक तेजतर्रार राजनीतिज्ञ के रूप में अपनी छवि योगी आदित्यनाथ ने बना ली थी।