दिग्गज टेक कंपनी गूगल पर अमेरिका में छात्रों की जासूसी करने का गंभीर आरोप लगा है। अमेरिका के राज्य न्यू मैक्सिको के अटॉर्नी जनरल ने कहा है कि गूगल अवैध तरीके से स्कूली बच्चों की व्यक्तिगत जानकारियां जुटा रहा है। उन्होंने गूगल के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
आरोप है कि गूगल यह जानकारी जुटा रहा है कि बच्चे किस वेबसाइट को ज्यादा देखते हैं। उनके पसंदीदा वीडियो क्या हैं। उनकी कॉन्टैक्ट लिस्ट और पासवार्ड के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। अटॉर्नी जनरल हेक्टर ब्लडरस के मुताबिक गूगल न्यू मैक्सिको में 60 फीसदी से ज्यादा छात्रों को पढ़ाई के लिए अपनी क्रोमबुक और जी-सूट सुविधा मुफ्त देता है। इसके तहत जीमेल, कैलेंडर, ड्राइव, डॉक्स जैसी सुविधाएं मिलती हैं।
मुकदमे में कहा गया है कि 13 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के इंटरनेट इस्तेमाल के लिए माता-पिता की आवश्यक स्वीकृति के नियम का गूगल ने उल्लंघन किया। साथ ही बच्चों के ऑनलाइन गोपनीयता संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन कर व्यावसायिक उद्देश्य के लिए उनका डाटा एकत्र किया।
दूसरी ओर गूगल प्रवक्ता जोस कास्टानेड ने आरोपों को तथ्यात्मक तौर पर गलत बताया है। उन्होंने कहा कि हमारे जितने भी प्रोग्राम स्कूल के लिए हैं उन्हें नियंत्रित करने का अधिकार संस्थान को दिया जाता है। हम प्राथमिक और माध्यमिक छात्रों की जानकारी विज्ञापन के लिए नहीं जुटते हैं।