पर्यटकों की लगातार बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए पर्यटन विभाग पहली बार माघ मेले में चार अस्थायी पर्यटन सूचना केंद्र स्थापित करेगा। इन केंद्रों में आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को शहर के पर्यटन स्थलों, यात्रा मार्गों, पेइंग गेस्ट हाउस और प्रशिक्षित टूरिस्ट गाइडों की जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जाएगी।
महाकुंभ 2025 की दिव्यता और भव्यता ने प्रयागराज को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है। यूनेस्को द्वारा ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ के रूप में मिली मान्यता के बाद अब संगम नगरी माघ मेला 2026 की तैयारियों में जुटी है। अनुमानित भारी भीड़ को देखते हुए योगी सरकार इस बार पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए विशेष व्यवस्था कर रही है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह के अनुसार प्रयागराज में पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि जारी है। ऐसे में पर्यटन विभाग के सूचना केंद्र पर्यटकों के लिए एकल-खिड़की सुविधा की तरह काम करेंगे।
यहां प्रयागराज के प्रमुख पर्यटन स्थलों की हिंदी व अंग्रेजी में पुस्तिकाएं होगी। सभी जानकारी का डिजिटल संस्करण, गाइड बुक एवं प्रशिक्षित टूरिस्ट गाइडों की सूची मिलेगी। सूचना केंद्र पर पंजीकृत पेइंग गेस्ट हाउस के विवरण के साथ जरूरत पड़ने पर मार्गदर्शन व सहायता दी जाएगी। योगी सरकार का उद्देश्य माघ मेले को सुगम, सुरक्षित और पर्यटक–अनुकूल बनाना है, ताकि श्रद्धालु इस आध्यात्मिक अनुभव के साथ शहर की सांस्कृतिक धरोहर को भी सहजता से जान सकें।
