मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनबी सिंह ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए दावा किया कि इस वर्ष जनपद में डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों में पिछले वर्ष की तुलना में कमी देखी गई है। इसका प्रमुख कारण जनजागरूकता है। इसके साथ ही प्रभावी सर्विलांस और विभिन्न विभागों के समन्वय का भी अहम योगदान है।
सीएमओ ने बताया कि जिला मलेरिया अधिकारी एवं नगर मलेरिया इकाई की टीम ने जनवरी से अब तक 18.36 लाख घरों का सर्वे किया। इसमें 2,833 घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया। इसके अतिरिक्त 3.62 लाख कंटेनरों का सर्वे किया गया, जिनमें 3,262 कंटेनरों में लार्वा पाया गया। कुल 360 घरों को नोटिस भी जारी किया गया।
वर्ष 2024 में डेंगू के कुल 3,215 मामले सामने आए थे, जबकि जनवरी 2024 से अक्टूबर 2024 तक 1,817 मामले दर्ज किए गए थे। वहीं, वर्ष 2025 में अब तक कुल 568 डेंगू केस सामने आए हैं। चिकनगुनिया के मामलों की बात करें तो वर्ष 2024 में कुल 112 केस और जनवरी 2024 से अक्टूबर 2024 तक 95 केस दर्ज किए गए थे, जबकि इस साल अब तक कुल 46 केस सामने आए हैं। यह पिछले वर्ष की तुलना में काफी कम हैं। इसके लिए जनजागरूकता पर विशेष ध्यान दिया गया।
धावापुर में 34 घरों और 72 जलपात्रों का किया सर्वे
सरोजनीनगर क्षेत्र के धावापुर गांव में कई दिनों से बुखार का प्रकोप है। एक बुजुर्ग महिला की मौत हो चुकी है। चार मरीजों में डेंगू की पुष्टि होने पर उनका इलाज किया जा रहा है। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह ने बताया कि शुक्रवार को जिला मलेरिया अधिकारी एवं उनकी टीम ने गांव पहुंचकर 34 घरों और 72 जलपात्रों का सर्वे किया। दावा है कि कोई भी लार्वा नहीं मिला। दो जलपात्र खाली कराए गए। ग्राम प्रधान के द्वारा नालियों की साफ-सफाई एवं एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया।
