आर्यकुल ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेज़ में डांडिया महोत्सव ‘नवरंग 2025’ का आयोजन पूरे उत्साह, उल्लास और सांस्कृतिक भव्यता के साथ संपन्न हुआ। यह वार्षिक सांस्कृतिक आयोजन विद्यार्थियों में भारतीय परंपराओं, कला और सामूहिकता की भावना को प्रोत्साहित करने हेतु किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और राष्ट्रगान के साथ हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। विशिष्ट अतिथियों में प्रेम लता सिंह(संरक्षिका , आर्यकुल ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेज़), राज्य कार्यक्रम की निदेशक स्मृति सिंह, प्रो. हितैषी सिंह (गृह विज्ञान विभाग, नगर निगम महिला महाविद्यालय, कानपुर), डॉ. जयशंकर पांडे (क्षेत्र संयोजक, वीबीयूएसएस-अवध प्रांत एवं प्रोफेसर, समाजशास्त्र विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय), डॉ. सुभाष मिश्र (उपाध्यक्ष, वीबीयूएसएस-अवध प्रांत एवं एसो. प्रोफेसर, शिक्षा विभाग, बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर विश्वविद्यालय), डॉ. मंजुल त्रिवेदी (सचिव, वीबीयूएसएस-अवध प्रांत एवं प्रोफेसर, शिक्षा विभाग, के के वी),डॉ. ऐश्वर्या सिंह(सदस्य, वीबीयूएसएस-अवध प्रांत एवं प्रोफेसर, शिक्षा विभाग, नवयुग कन्या महाविद्यलय), डॉ. नेहा जैन सदस्य (सदस्य, वीबीयूएसएस- अवध प्रांत एवं एसोसिएट प्रोफेसर, शिक्षाशास्त्र विभाग, पं. डीडीयू पीजी महिला महाविद्यालय, लखनऊ), कमलेश सिंह (पार्षद), कमलेश द्विवेदी (पार्षद), डॉ. कविता सिंह (पूर्व मंडल उपाध्यक्ष, सरोजिनी नगर,भाजपा) जितेन्द्र पाल (सदस्य, वीबीयूएसएस- अवध प्रांत एवं सहायक प्रोफेसर, शिक्षा विभाग विद्यांत पी जी, लखनऊ), प्रवीण सिंह (निदेशक चौहान मार्केटिंग), सुशीला पाण्डेय (अधिवक्ता, उच्च न्यायाल), आशीष सिंह (वरिष्ठ पत्रकार दैनिक जागरण), सुचिता, अपरिमिता व कायरा उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आर्यकुल जैसे शिक्षण संस्थान नई पीढ़ी को न केवल ज्ञान प्रदान कर रहे हैं, बल्कि उन्हें अपनी संस्कृति और नैतिक मूल्यों से भी जोड़ रहे हैं। डांडिया महोत्सव जैसे आयोजन हमें यह स्मरण कराते हैं कि हमारी परंपराएँ आधुनिक युग में भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी पूर्व में थीं।
आर्यकुल ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेज़ के निदेशक डॉ. सशक्त सिंह ने कहा कि शिक्षा केवल कक्षा तक सीमित नहीं है; इसमें संस्कृति, संस्कार और सामाजिक उत्तरदायित्व का समावेश होना चाहिए। डांडिया महोत्सव विद्यार्थियों में रचनात्मकता, नेतृत्व और सहयोग की भावना विकसित करता है। आर्यकुल में हम केवल डिग्री नहीं, बल्कि चरित्र का निर्माण करते है। कार्यक्रम में कॉलेज के चारों हाउस वल्लभी, तक्षशिला, उज्जैन एवं नालंदा के विद्यार्थियों ने डांडिया प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रतियोगिता में तक्षशिला हाउस ने बाजी मारी।
कार्यक्रम का संचालन अंकिता कपूर एवं विनय प्रजापति द्वारा किया गया। इस अवसर पर इस कार्यक्रम में प्रबंधन विभाग की प्रधानाचार्या डॉ.अंकिता अग्रवाल, फॉर्मेसी एंड रिसर्च विभाग के प्रधानाचार्या डॉ. आदित्य सिंह, शिक्षा संकाय के विभागाध्यक्ष प्रणव पाण्डेय, मैनेजमेंट संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ. अब्दुल रब खान, फॉर्मेसी एंड रिसर्च विभाग के विभागाध्यक्ष बी.के. सिंह, डॉ. रेखा सिंह, डॉ. गौरव मिश्र, विनीता दीक्षित, दीप्ति सिंह, राजेश मौर्य, प्रियंका केसरवानी,आस्था तिवारी, दीपिका कुमारी , स्वर्णिम श्रीवास्तव, श्वेता मिश्रा, सदब, रुकसार बानो, साकिब अंसारी, संगीता चौहान, महेश शर्मा, प्रशंसा सिंह, शिवांशी चौहान, वर्तनी श्रीवास्तव, अली हुसैन, संगीता मौर्य व अंजलि तिवारी, मुस्कान राजपूत व अन्य सभी विभागो के छात्र छात्राएं ,शिक्षकगण व स्टाफ सदस्य कार्यक्रम में उपस्थित रहे । समस्त शिक्षकगण एवं स्टाफ की सक्रिय सहभागिता से कार्यक्रम सफल रहा। आर्यकुल प्रबंधन ने सभी प्रतिभागियों, शिक्षकों एवं आयोजन समिति के प्रति आभार व्यक्त किया और इस सफल आयोजन को संस्थान की सांस्कृतिक पहचान बताया।