कैब चालक की हत्या कर कार लूटने वाले बदमाश को मुठभेड़ में लगी गोली, आरोपी अस्पताल में भर्ती

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बुकिंग में अर्टिगा कार लेकर निकले योगेश कुमार पाल (27) की हत्या करके शव सीतापुर के पिसावां इलाके में झाड़ियों में फेंके जाने के मामले में शुक्रवार देर रात पुलिस व बदमाशों के बीच किसान पथ के पास मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में एक बदमाश अजय सिंह के पैर में गोली लगी, जबकि दूसरा अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। पुलिस ने घायल बदमाश को अस्पताल पहुंचाया है। पुलिस ने आरोपी के पास से तमंचा, खोखा व लूटी गयी अर्टिगा कार बरामद की है। पुलिस फरार बदमाश की तलाश कर रही है।

डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि पारा स्थित बुद्धेश्वर के वादरखेड़ा इलाके में योगेश कुमार पाल 29 सितंबर की शाम 6 बजे ओला बुकिंग पर अर्टिगा कार लेकर सीतापुर के लिए निकला था। उसने पत्नी वंदना से देर रात लौटने की बात कही थी। वापस नहीं लौटने पर ससुर बद्री ने 30 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 1 अक्टूबर की रात करीब 8 बजे योगेश की हत्या कर फेंका गया शव सीतापुर के पिसावां स्थित सरियापुर–फुक्हा गांव के खेतों में झाड़ियों मिला था। दोनों हाथ पीछे बंधे थे। चेहरे पर पूरी तरह से टेप लपेटा हुआ था। आंखों से खून निकल रहा था। कान के पीछे और सिर से खून निकल रहा था। इसके अलावा गर्दन पर गहरी चोटें थी।

केस पर पुलिस व क्राइम ब्रांच समेत चार टीमों का गठन किया गया था। टोल प्लाजा के सीसी कैमरे में कार सवार बदमाशों में एक कैद मिला था। जिसके बाद पुलिस सर्विलांस और सीसी फुटेज की मदद से जांच कर रही है। पुलिस वारदात में शामिल बदमाशों की लोकेशन ट्रेस कर रही थी। शुक्रवार देर रात सूचना मिली कि वारदात में शामिल बदमाश पारा इलाके में मोहान रोड पर किसान पथ के पास मौंदा मोड़ से होकर निकलने वाले हैं। पुलिस ने वहां पहुंच कर घेराबंदी कर ली।

पुलिस को देखकर कार सवार बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग कार अनियंत्रित होकर सड़क के डिवाइडर पर चढ़ गयी। बदमाश कार से उतर कर भागने लगे। पुलिस फायरिंग में एक बदमाश के पैर में गोली लगी और वह जमीन पर गिर गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में बदमाश ने अपना नाम हरदोई निवासी अजय सिंह बताया। पकड़े गए बदमाश का एक साथी गुरुसेवक मौके से फरार हो गया। डीसीपी ने बताया कि आरोपी अजय सिंह पर पूर्व में आधा दर्जन मामले दर्ज हैं। वारदात में चार बदमाश शामिल थे।

कार बेचने के लिए ले जा रहे थे

डीसीपी ने बताया कि बदमाशों ने कार का नंबर छुपाने के लिए उस पर टेप लगा रखा था। दोनों नंबर प्लेट पर वही टेप लगा था जो बदमाशों ने हत्या के बाद योगेश के चेहरे पर लगाया था। कार पहचानी न जा सके। इस लिए कार पर टेप लगा रखा था। बदमाश योगेश की लूटी हुई अर्टिगा कार दूसरे प्रदेश में बेचने के लिए ले जा रहे थे। बार-बार बुकिंग के लिए कॉल करने वाला बदमाश अभी पकड़ में नहीं आया है। उक्त बदमाश समेत अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।