उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में बच्चों की ऐसी मसखरी देखने को मिली है जिसे सुनेंगे तो आप भी हैरान रह जाएंगे. आलम यह हो गया कि इन बच्चों की मसखरी के चक्कर में बस्ती पुलिस और बच्चों के परिजन दिनभर परेशान रहे, हुआ यूँ कि लालगंज थाना क्षेत्र के खरवनिया गाँव के रहने वाले 3 बच्चों को बीते रविवार को ऐसी मसखरी सूझी कि उन्होंने सुबह 9 बजे साइकिल उठाई और निकल गए घूमने. जब शाम को बच्चे घर नहीं आए तो घरवालों में कोहराम मच गया.
सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची क्योंकि मामला 3 नाबालिग बच्चों से जुड़ा था इसलिए पुलिस की कई टीमें तत्काल एक्टिव हो गई और CCTV फुटेज खंगाला व कड़ी से कड़ी जोड़ी तो आज पुलिस ने बच्चों की सकुशल बरामदगी कर ली. हैरानी की बात यह है कि कल से आज तक इन बच्चों ने 80 किलोमीटर साइकिल चलाई, इन बच्चों की सकुशल बरामदी के बाद परिजनों और पुलिस वालों की जान में जान आई. इस पूरे मामले से एक बात तो साफ है कि बच्चों की मसखरी में उनके जान भी जोखिम में पड़ सकता था.
दरअसल लालगंज थाना क्षेत्र के खरवानिया गांव से बीते रविवार को 3 बच्चे लापता हो गए थे, तीनों बच्चे सुबह घर से निकले थे. देर रात तक जब बच्चे वापस घर नहीं लौटे तो परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. लापता बच्चों की उम्र 13 साल से 7 साल के बीच थी जिस पर पुलिस तत्काल एक्टिव हुई और जब CCTV फुटेज खंगाला तो पता चला कि बच्चे संतकबीर नगर जिले की ओर साइकिल से जाते हुए दिखाई दिए.
साइकिल उठाई और निकल गए साइकिल चलाने
जानकारी के मुताबिक लापता बच्चों में से प्रिंस और मनी अपने नानी के यहां रहकर पढ़ाई कर रहे थे, जो कि संतकबीर नगर के धनघटा थाना क्षेत्र का रहने वाला है. रविवार को छुट्टी होने की वजह से तीनों को मसखरी सूझी तो साइकिल उठाई और निकल गए साइकिल चलाने. हैरानी की बात ये है कि सुबह 9 बजे घर से निकले तीनों बच्चे लगातार 80 किलोमीटर तक की यात्रा तय की. नींद आई तो सड़क के किनारे तीनों सो गए, लेकिन इन बच्चों की मसखरी के चलते कल पुलिस सुबह से लेकर शाम तक हलकान रही. वहीं परिवार वालों का रोरोकर बुरा हाल था लेकिन आज बस्ती पुलिस ने तीनों बच्चों को सकुशल बरामद कर परिवार वालों को सौंप दिया.
बच्चों को सकुशल बरामद किया
एएसपी ओपी सिंह ने बच्चों को बरामद कर पूरे मामले से पर्दा हटाया. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि बच्चे घूमने के चक्कर में बस्ती से निकल कर दूसरे जिले में चले गए, जिन्हें सड़क पर घूमते वक्त सकुशल बरामद कर लिया गया है. बहरहाल इस पूरे मामले पर एक बात तो साफ है कि बच्चों ने जिस तरह से मसखरी की उससे उनकी जान भी जोखिम में पड़ सकती थी. 25 घंटे बाद बच्चों की सकुशल बरामदी के बाद जहां पुलिस ने चैन की सांस ली है तो वहीं बच्चों को पाकर परिजन भी खुश हैं.