समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही संसद में लाये गये 130वें संविधान संशोधन विधेयक की आलोचना करते हुए सोमवार को कहा कि इतिहास में ऐसी अनेक ‘तानाशाह’ सरकार रही हैं जो खुद को सत्ता से बाहर नहीं होने देने के लिये समय-समय पर कानून लाती रही हैं, लेकिन इतिहास गवाह है कि वे सरकारें नहीं बच सकीं. उन्होंने कहा कि दूसरों के लिये गड्ढा खोदने वाले एक दिन खुद उसी में गिरते हैं.
यादव ने यहां पार्टी राज्य मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में 130वें संविधान संशोधन विधेयक को लेकर पूछे गये एक सवाल पर कहा, ‘दुनिया के इतिहास में तमाम ऐसी तानाशाह सरकार रही हैं जो समय-समय पर कानून लेकर आती थीं…. और वे कानून इसीलिए लेकर आते थे ताकि सत्ता से बाहर ना हो सकें.’
उन्होंने कहा, ‘इटली में भी इसका उदाहरण है, जर्मनी और रूस में भी उदाहरण हैं लेकिन वे सरकारें बची नहीं. याद रखना जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदते हैं एक दिन वह खुद उस गड्ढे में गिरते हैं. याद कीजिए ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) किसने बनाया था? ईडी बनाने वाले भी जेल गए.’
‘उससे भी कोई बच गया था बस…’
यादव ने किसी का नाम लिये बगैर कहा, ‘और सदस्यता छीनने वाला एक कानून बना था, उससे भी कोई बच गया था बस.’उन्होंने 130वें संविधान संशोधन विधेयक को जायज ठहराने की भाजपा नेताओं की दलीलों की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘उनकी ईमानदारी तो तब पता लगी, जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) अपना केस वापस ले रहे थे. तब वह ईमानदारी कहां थी? आप जानते हो वह धाराएं क्या थीं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने अपने केस वापस लिये. अपने तो लिए ही, उपमुख्यमंत्री (केशव प्रसाद मौर्य) के भी वापस ले लिये. तब ईमानदारी कहां थी?’’
यादव ने आरोप लगाया कि इस वक्त हर तरह का माफिया भाजपा में शामिल है. उन्होंने कहा, ‘‘अगर पिछले नौ साल के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में पनपे माफिया को गिनेंगे तो वे सब भाजपा के हैं. प्रश्नपत्र लीक वाले माफिया, वह सब भाजपा के हैं. शराब वाले माफिया, सब भाजपा के हैं. नौकरी माफिया, सब भाजपा के हैं, विनिर्माण क्षेत्र के माफिया, वे भी भाजपा के हैं. हर क्षेत्र में माफिया अगर कहीं है, तो वे सब भाजपा के हैं. और हो भी क्यों नहीं, क्योंकि मुख्यमंत्री जी ने खुद ही अपने केस वापस ले लिये.’’
इस सवाल पर कि बिहार में इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) गठबंधन की यात्रा में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘सैद्धांतिक तो यही है कि ‘इंडिया’ गठबंधन और मजबूत हो. समाजवादी पार्टी और समाजवादी विचारधारा के जितने भी साथी हैं, क्षेत्रीय जितनी भी पार्टियां हैं, सब मिलकर ‘इंडिया गठबंधन’ को मजबूत बनाना चाहती हैं.’
अखिलेश ने लगाया शराब की दुकानें खुलवााने का आरोप
यादव ने सरकार पर स्कूलों के बजाय शराब की दुकानें खुलवााने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘सरकार स्कूल नहीं बल्कि शराब की दुकान ज्यादा खोल रही है. उत्तर प्रदेश में न्यूयॉर्क से ज्यादा शराब की दुकानें खुली हैं. यह सरकार चाहती है कि सब लोग शराब पियें और पढ़ाई कोई ना करे, इसीलिए आज 27 हजार से ज्यादा प्राथमिक स्कूल बंद पड़े हैं.’
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि कोई भी स्कूल नहीं बंद हुआ है, मगर सच यह है कि कोई स्कूल नहीं चल रहा है. सब बंद हो रहे हैं. एक भी नहीं चालू किया.’
सरकार के 50 से कम छात्रों वाले सरकारी प्राथमिक स्कूलों को पास के ही स्कूल से जोड़ने के फैसले के खिलाफ सपा कार्यकर्ताओं द्वारा ‘पीडीए पाठशाला’ खोले जाने पर सरकार की कार्रवाई का जिक्र करते हुए यादव ने कहा, ‘और जिन्होंने पीडीए पाठशाला चलाईं, सरकार उन पर मुकदमे दर्ज कर रही है. अंग्रेजों ने भी कभी पढ़ाई को लेकर मुकदमा नहीं दर्ज किया होगा, लेकिन यह सरकार मुकदमे दर्ज कर रही है.’
यादव ने 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में समुचित आरक्षण की मांग कर रहे लोगों के आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा, ‘सोचिये, लोकतंत्र में एक सरकार खुद ऐसी परिस्थितियां बना रही है. वह सरकार बना रही है जिसने कभी ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा दिया था.’
उन्होंने कहा, ‘अच्छे दिन लाने वालों ने भ्रष्टाचार किया, न केवल धन का भ्रष्टाचार किया बल्कि बाबा साहब भीमराव आंबडेकर ने आरक्षण के रूप में हमें जो हक और सम्मान दिया था उसको भी लगातार छीनने का काम यह लोग कर रहे हैं. इसलिए हम सब एकजुट होकर, एक-दूसरे का साथ देकर, एक-दूसरे के दुख तकलीफ में खड़े होकर इस भाजपा का सफाया करेंगे.’