यूपी में होने वाले इस चुनाव की 11 सीटों पर पूरी ताकत से लड़ेगी कांग्रेस, अजय राय ने किया ऐलान

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उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने आज शुक्रवार (22 अगस्त) को लान किया कि आगामी शिक्षक और स्नातक विधान परिषद की 11 सीटों पर कांग्रेस पूरी मजबूती और ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी. उन्होंने यह भी घोषणा की कि वित्त विहीन विद्यालयों के शिक्षकों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी. यूपी कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजय राय के साथ शिक्षक प्रकोष्ठ के कोऑर्डिनेटर डॉ. अमित कुमार राय, को-कोऑर्डिनेटर प्रो. श्रवण कुमार गुप्ता, मीडिया विभाग के वाइस चेयरमैन मनीष श्रीवास्तव हिंदवीज्वाइनिंग प्रभारी नितिन शर्मा और कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के कोऑर्डिनेटर आसिफ रिवी रिंकू मौजूद रहे.

कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है. प्राथमिक शिक्षा विभाग में अव्यवस्था हद से ज्यादा है. वित्त विहीन स्कूल और कॉलेजों के शिक्षक न तो सम्मानजनक वेतन पा रहे हैं और न ही उनकी सेवा सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शिक्षक प्रकोष्ठ को मजबूत कर इन मुद्दों पर आंदोलन चलाएगी.

उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार के पास न तो वित्त विहीन स्कूलों और कॉलेजों के शिक्षकों के भविष्य की कोई योजना है और न ही प्राथमिक से उच्च शिक्षा तक की समस्याओं को हल करने की इच्छा. विद्यालयों में बरसात का पानी भरना, बच्चों का सड़कों पर पढ़ना और जर्जर भवन बच्चों को रोज खतरे में डालते हैं, लेकिन सरकार को इसकी परवाह नहीं है.

मदरसों और संस्कृत पाठशालाओं में नई भर्तियां हैं ठप

डॉ. अमित कुमार राय ने कहा कि वित्त विहीन विद्यालयों के शिक्षक शोषण के शिकार हैं. उन्हें समान कार्य के लिए समान वेतन मिलना चाहिए और डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों को यूजीसी का वेतनमान दिया जाए. इसके साथ ही उन्होंने पुरानी पेंशन बहाली की मांग उठाई. उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार ने माध्यमिक शिक्षकों की सेवा सुरक्षा समाप्त कर दी है, तदर्थ शिक्षकों का विनियमन नहीं हो रहा है और मदरसों एवं संस्कृत पाठशालाओं में नई भर्तियाँ भी ठप हैं. उन्होंने आलिम और फाजिल की डिग्रियों की मान्यता बहाल करने की मांग की.

शिक्षा को निजी हाथों में सौंपना चाहती है सरकार

प्रो. श्रवण कुमार गुप्ता ने कहा कि सरकार प्राथमिक विद्यालयों को बंद कर रही है और शिक्षा को निजी हाथों में सौंपना चाहती है. 2018 के बाद से प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक भर्ती रुकी हुई है और पंचायत चुनावों के लिए शिक्षकों का दुरुपयोग बीएलओ के रूप में किया जा रहा है. उन्होंने 69 हजार शिक्षक भर्ती में ओबीसी समाज के साथ हुए अन्याय को भी बड़ा मुद्दा बतायाकांग्रेस ने कहा कि वह शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचारवित्त विहीन शिक्षकों के शोषण और पुरानी पेंशन बहाली जैसे मुद्दों को लेकर सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी.