‘वो जिंदा कैसे हैं, भगवान ही मालिक है’, स्वामी प्रसाद मौर्य पर महंत राजू दास का फूटा गुस्सा

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अयोध्‍या हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने पूर्व मंत्री स्‍वामी प्रसाद मौर्य पर हमला करने वाले का स्‍वागत और सम्‍मान करने के मुद्दे पर कहा कि जो जिस प्रकार से राष्‍ट्र और धर्म विरोधी है, जहां कंकड़-कंकड़ में शंकर जी की व्‍यापकता हो. पौधे-पेड़ों, तालाबों और जीव-जन्‍तुओं में देवत्‍व का जहां वास हो, उस देश में कोई सनातन को गाली दे.

उन्होंने कहा है कि जो हिन्‍दुओं को हिंसक और नीच कहे औ कहे कि रामचरित मानस नफरती ग्रंथ है, जिसे फाड़ने-जलाने, प्रतिबंधित करने की बात करे वो अभी पीटा ही जा रहा है, वो जिंदा कैसे हैं, भगवान ही मालिक है. इसके नाते उन्‍होंने सम्‍मानित किया. ऐसे व्‍यक्ति को समाज में रहने का अधिकार नहीं है.

क्या बोले हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास?

गोरखपुर में हिन्‍दू सुरक्षा सेवा संघ के पदाधिकारियों की बैठक के दौरान अयोध्‍या के हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि एक तरफ आप कहते है कि हम नेता है. एक तरफ आप कहते हैं कि यह देश संविधान से चलेगा. एक तरफ आप सनातन का अपमान करते हो. ये अधिकार किसने आपको दे दिया.

उन्होंने आगे कहा कि कभी दम हो, तो इस्‍लाम पर बोलकर देख लो. कभी दम हो तो इसा‍इयत पर बोलकर देख लो. कभी दम हो तो इस्‍लाम की कुरीति पर बोलकर देख लो. गला कट जाएगा. सनातन पर ही टिप्‍पणी क्‍यों. अन्‍य मजहब पर टिप्‍पणी क्‍यों नहीं. इसके नाते उन्‍होंने सम्‍मानित किया. स्‍वामी तो जहां मिलेगा, वहां कूटा जाएगा. इसमें कोई दिक्‍कत नहीं है.

महंत राजू दास की फिसली जुबान

हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि हिन्दू सुरक्षा सेवा संघ के महानगर के पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई है. सभी से यही चर्चा हुई कि अगर भारत को बचाना है तो हिंदुओं को एकजुट होना पड़ेगा. विश्व की सभी संस्कृति की सुरक्षा करनी है, तो हिंदुओं को बहुसंख्यक होना पड़ेगा. दुनिया में तमाम मत-मतांतर को सुरक्षित रखना है, तो सनातन संस्कृति को बचाना होगा.

इसी बीच उन्होंने यह भी कहा कि हिन्दू सुरक्षा सेवा संघ का एक ही लक्ष्य है कि समाज में जो कुरीति है, उसे दूर करने की जिम्मेदारी को हर हिन्दू को निभाना पड़ेगा. हिन्दुओं को एक होना पड़ेगा. इस पर कार्य करना है. सड़ी हुई जातिवादी मानसिकता से दूर करना है. हिन्दू को खच्चर से कट्टर बनाकर राष्ट्रवादी बनाना है. हमारा यही लक्ष्य और उद्देश्य है.

राहुल गांधी को लेकर ये क्या बोल गए महंत राजू दास?

महंत राजूदास ने कांग्रेस की सरकार आने पर चुनाव आयोग को देख लेने और ठीक कर देने के राहुल गांधी के वक्‍तव्‍य पर कहा कि विपक्ष का नेता ऐसा है कि जो सनातन पर टिप्‍पणी करे. जब उनके दादी और दादा थे, तो संविधान के साथ मजाक हुआ. आज कहते हैं कि वे संविधान बचाने निकले हैं. उनके कार्यकाल में देश में 5 लाख मंदिरों को एक्‍वायर किया.

महंत ने कहा उनके शासनकाल में धर्म के आधार पर देश में जिस प्रकार से हिन्‍दुओं के साथ ज्‍यादती हुई, उस पर बहस और चर्चा नहीं होती है. वो संविधान को मानते ही नहीं है. वो धमकी देंगे. वे संविधान को मानते तो ऐसे शब्‍दों का प्रयोग ही नहीं करते. राहुल गांधी के ऊपर तो सीधे मुकदमा होना चाहिए. जिस प्रकार से वो चुनाव आयोग को धमकी देते हैं. जिस प्रकार से देश के प्रधानमंत्री को अपशब्‍दों का प्रयोग करते हैं. जिस प्रकार से वो संतों का अपमान करते हैं. उन्‍हें लगता है कि वो संविधान को नहीं मानते हैं.

रेखा गुप्‍ता पर हुए हमले को लेकर क्या बोले महंत?

महंत राजूदास ने दिल्‍ली की सीएम रेखा गुप्‍ता पर हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रेखा गुप्‍ता पर जो हमला हुआ है, वो दुर्भाग्‍यपूर्ण है. वे इसका पुरजोर विरोध करते हैं, हम किसी पर हमला नहीं करेंगे, हम कानून हाथ में नहीं लेंगे.

उन्होंने आगे कहा कि हमको किसी की बात से कोई आपत्ति है, तो उसके लिए न्‍यायपालिका है. हम न्‍यायपालिका जाएं और आपत्ति करें वो होना चाहिए. वहीं उन्होंने कानून को हाथ में न लेने के लिए भी कहा है.

विपक्ष को बताया हिन्‍दुत्‍व, सनातन और मोदी विरोधी

संसद में तीन बिल जो पेश हो रहा है, उस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राष्‍ट्र और समाज के लिए ये बिल महत्‍वपूर्ण है. बिल को पेश भी होना चाहिए और पास भी होना चाहिए. विपक्ष के पास कोई रीजन और विजन नहीं है. विपक्ष शुद्ध रूप से मोदी विरोध करता है. विपक्ष शुद्ध रूप से सनातन का विरोध करके मोदी को टारगेट कर देता है.

महंत राजू दास ने कहा कि हिन्‍दुत्‍व का विरोध करके मोदी को टारगेट कर देना और कुछ नहीं. विपक्ष के पास कोई विजन नहीं है. विपक्ष के पास एक सूत्रीय काम है. वे पूछना चाहते हैं कि विपक्ष जहां जीतता है, वहां ये नहीं कहता है कि ईवीएम ऐसा है. वहां ये नहीं कहता है कि ऐसा हुआ.

डिंपल यादव को लेकर बरसे महंत राजू दास

उत्‍तर प्रदेश में ही आपने देखा होगा कि लोकतांत्रिक व्‍यवस्‍था में डिंपल यादव जी निर्विरोध सांसद हो गईं. कैसे हो गईं. क्‍या एक भी व्‍यक्ति वहां पर्चा नहीं भरा था. सबका पर्चा खारिज करा दिया गया था.

वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि जहां वो जीतते हैं वहां लगता है कि वाह वाह है. जहां हार जाते हैं तो उन्‍हें लगता है कि वोट की चोरी हो गई. विपक्ष मुद्दाविहीन है. उसने भारत, हिन्‍दुओं और संस्‍कृति और मादी का विरोध करना उद्देश्‍य बना रखा है. उनके पास कोई और काम नहीं है.

धर्मांतरण के बढ़ते मामलों पर क्या कहा?

हिन्‍दू सुरक्षा सेवा संघ का राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष होने के नाते वे कहना चाहते हैं कि संगठन को तेज धार देने की जरूरत इसलिए पड़ी क्‍योंकि जिस प्रकार से धर्मांतरण हो रहा है. डेमोग्रेफी चेंज करने का काम चल रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि है कि जिस प्रकार से धर्मांतरण का धंधा चल रहा है उससे आने वाला दिन भारत के लिए ठीक नहीं होगा.

पूरे देश में सभी राज्‍यों में लगातार प्रयास करके धर्मांतरण रोकना है. लव जिहाद पर प्रतिबंध करना है. जिस प्रकार से धर्मद्रोही सनातन पर टिप्‍पणी करते हैं उसको भी प्रतिबंध करना है. जिस प्रकार से राष्‍ट्रद्रोही भारत को तोड़ने की साजिश कर रहे हैं, उस पर भी काम करने की जरूरत है. इसके नाते उन्‍होंने तेज धार देने का काम करने का प्रयास किया है.