- सरोजनीनगर बाइक रैली : तिरंगामय हुआ सरोजनीनगर
लखनऊ। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह के नेतृत्व में एक भव्य बाइक रैली का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में युवाओं ने तिरंगे के साथ भाग लेकर देशभक्ति का अभूतपूर्व प्रदर्शन किया।
रैली का शुभारंभ बंथरा नगर पंचायत कैंप कार्यालय से हुआ, जो ट्रांसपोर्ट नगर, तेलीबाग और बंगला बाजार होते हुए एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर ऑडिटोरियम तक पहुंची। विशेष आकर्षण यह रहा कि विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह स्वयं बुलेट बाइक पर सवार होकर युवाओं का उत्साहवर्धन करते रहे। बीच-बीच में बारिश भी हुई, लेकिन जोश और ऊर्जा में कोई कमी नहीं आई।
विधायक का संबोधन :
अपने संबोधन में डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा, “युवा शक्ति के पास नए विचार हैं, जो देश को नई ऊँचाइयों पर लेकर जाएंगे। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी और हम सभी ने संकल्प लिया है कि युवा शक्ति को हर स्तर पर आगे बढ़ाया जाएगा। हमारे पूर्वजों ने अपने प्राणों का बलिदान देकर हमें यह आज़ादी दी है। जब-जब देश कमजोर हुआ, तब-तब हमने नुकसान उठाया। पिछले 1000 वर्षों में भारत पर 200 से अधिक बार विदेशी आक्रमण हुए, लेकिन आज भारत जाग चुका है और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है।”
उन्होंने कहा कि भारत के कई पड़ोसी देशों में भारत विरोधी, संस्कृति विरोधी और मातृशक्ति विरोधी विचारधाराएं पनप रही हैं, जिन्हें जड़ से समाप्त करना होगा। “आज हम गर्व से कहते हैं कि Start-Up India के कारण भारत दुनिया में स्टार्ट-अप के क्षेत्र में तीसरे स्थान पर है। Make in India, Digital India और हमारी सामाजिक-राजनीतिक शक्ति के बल पर भारत को पुनः विश्व में सर्वोत्तम स्थान पर स्थापित करना हमारा लक्ष्य है।”
तिरंगे की शान के लिए संकल्प –
डॉ. सिंह ने तिरंगे को अतीत के गौरव, वर्तमान की प्रतिबद्धता और भविष्य की आकांक्षाओं का प्रतीक बताते हुए कहा, “यदि इसकी आन-बान-शान के लिए प्राणों की आहुति देनी पड़े तो हम पीछे नहीं हटेंगे। आज का दिन उसी संकल्प का दिन है।”
उन्होंने युवाओं की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि अमेरिका की 33% शीर्ष कंपनियों में भारतीय युवा नेतृत्व कर रहे हैं और भारत का मस्तिष्क पूरी दुनिया को रोशन कर रहा है।
युवाओं का आह्वान –
विधायक ने युवाओं से आह्वान किया, “मातृशक्ति का सम्मान करें, माता-पिता और वृद्धजनों का आदर करें और राष्ट्र के लिए हर समय त्याग और बलिदान के लिए तैयार रहें।”