लखनऊ: ऐशबाग जलकल मुख्यालय में शनिवार को जलकल विभाग द्वारा अप्रैल माह में सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के सम्मान में एक गरिमामय एवं भावनात्मक समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों, जलकल विभाग के कर्मचारियों, सेवानिवृत्त कर्मियों एवं उनके परिजनों की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर सुषमा खर्कवाल ने की। उनके साथ पार्षद संदीप शर्मा, नगर आयुक्त गौरव कुमार, अपर नगर आयुक्त ललित कुमार, जीएम जलकल कुलदीप सिंह, पूर्व पार्षद साकेत शर्मा एवं जलकल विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मंच पर उपस्थित रहे।
इस सम्मान समारोह में अप्रैल 2025 में जलकल विभाग से सेवा निवृत्त हुए निम्नलिखित कर्मचारियों को सम्मानित किया गया:
- – मुख्यालय से: सुमन पत्नी स्व. ओम प्रकाश (सफाई कर्मचारी)
- – जोन-1 से: शिवराम सिंह (पंपचालक)
- – जोन-3 से: दिनेश कुमार मिश्रा (पंपचालक) एवं सज्जन (गैंगमैन)
- – जोन-4 से: बनवारी लाल (गैंगमैन)
- – जोन-7 से: अशोक (गैंगमैन)
- – सचिव एवं अधिशासी अभियंता जलकल: शशि कुमार गुप्ता
महापौर श्रीमती खर्कवाल ने अपने संबोधन में कहा कि जलकल विभाग नगर की जलापूर्ति व्यवस्था की रीढ़ है और इन कर्मचारियों ने इसे जिम्मेदारीपूर्वक वर्षों तक संभाला। निगम परिवार उनके योगदान के प्रति कृतज्ञ है।
नगर आयुक्त गौरव कुमार, अपर नगर आयुक्त ललित कुमार, जीएम जलकल कुलदीप सिंह, एवं पार्षद संदीप शर्मा ने भी सेवानिवृत्त कर्मचारियों की सेवा भावना, ईमानदारी और समर्पण की सराहना करते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम का संचालन अधिशासी अभियंता जलकल सचिन सिंह यादव ने प्रभावी ढंग से किया तथा जीएम जलकल कुलदीप सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
- माननीय महापौर ने किया जलकल मुख्यालय में मुख्य द्वार और फाउंटेन का लोकार्पण
इस दौरान महापौर ने जलकल मुख्यालय में कराए गए सौंदर्यीकरण कार्यों का लोकार्पण भी किया। इसमें मुख्य द्वार, फाउंटेन और परिसर के अन्य भागों का सौंदर्यीकरण शामिल है। यह सभी कार्य महापौर निधि से संपन्न कराए गए, जिससे जलकल मुख्यालय को एक नया, आकर्षक रूप मिला है।
समारोह में सभी सेवानिवृत्त कर्मचारियों को स्मृति चिन्ह, एवं उपहार भेंट किए गए। परिजनों की उपस्थिति ने आयोजन को आत्मीयता और गरिमा प्रदान की। यह कार्यक्रम सेवानिवृत्त कर्मचारियों की सेवा को सम्मानपूर्वक विदाई देने और नगर की सेवा में उनके योगदान को स्मरण करने का सशक्त अवसर बना।