फाइटर जेट ‘तेजस’ में देरी पर एक्शन में आई डिफेंस मिनिस्ट्री, एयरफोर्स चीफ के भड़कने के बाद उठा लिया बड़ा कदम

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(www.arya-tv.com) भारत में ही बनाए जा रहे हल्के लड़ाकू विमान ‘तेजस’ की डिलीवरी में हो रही देरी को लेकर रक्षा मंत्रालय एक्शन में आ गया है. मंत्रालय ने इस विमान के तेजी से निर्माण में आ रही बाधाओं का पता लगाने के लिए रक्षा सचिव राजेश कुमार सिहं की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय कमिटी का गठन किया है. एक महीने के अंदर इस कमिटी को अपनी रिपोर्ट देनी है. रक्षा मंत्रालय का यह कदम एयरफोर्स चीफ एपी सिंह के उन बयानों के बाद आया है, जिनमें वह तेजस की डिलीवरी में देरी पर नाराज होते हुए दिखाई दिए थे.

एयरफोर्स वर्तमान में 83 तेजस विमान की डिलीवरी का इंतजार कर रही है. जनवरी में ही एयरफोर्स चीफ एपी सिंह ने एक लेक्चर में कहा था कि 15 साल पहले दिए गए ऑर्डर की डिलीवरी ही अब तक नहीं हो पाई है. उन्होंने बताया था कि साल 2010 में 40 तेजस-Mk1 फाइटर जेट के ऑर्डर दिए गए थे लेकिन इनमें से अब तक 36 विमान ही सौंपे गए. 4 विमानों की डिलीवरी अभी भी पेंडिंग है.

हाल ही में बेंगलुरु में संपन्न हुए ‘एरो इंडिया शो 2025’ में भी एयरफोर्स चीफ का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह तेजस का निर्माण कर रही ‘HAL’ कंपनी के अधिकारियों से विमान डिलीवरी में हो रही देरी को लेकर यह कहते हुए दिखाई दिए थे कि उन्हें कंपनी पर भरोसा नहीं है.

तेज निर्माण के उपायों के लिए सुझाव भी देगी कमिटी
सूत्रों का कहना है कि तेजस निर्माण प्रोग्राम की समीक्षा के लिए बनी कमिटी इस कार्यक्रम की बाधाओं के साथ-साथ इन विमानों के निर्माण में तेजी लाने के लिए उपायों के सुझाव भी रक्षा मंत्रालय को देगी. इसके अलावा विमान निर्माण में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने के तरीकों पर विचार किया जाएगा, ताकि डिलीवरी में तेजी लाई जा सके.