(www.arya-tv.com) अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की एक नई स्टडी सामने आई है जिसमें कहा गया है कि ज्यादा सोचने,चैलेंजिंग असाइनमेंट करने से दिमाग पर एक्स्ट्रा लोड बढ़ता है। फिर लोग खुद पर काबू नहीं रख पाते और बात-बात पर गुस्सा करने लगते हैं। अपने एग्रेशन पर काबू ना रख पाना कई बार खुद को और दूसरों को नुकसान पहुंचा सकता है। इस तरह की नाराजगी और गुस्से से नुकसान अपनी सेहत का भी होता है। क्योंकि एंगर लगातार बना रहे तो उसका अफैक्ट शरीर के वाइटल ऑर्गेन्स पर पड़ता है। बॉडी फंक्शन डिस्टर्ब होता है। इम्यून सिस्टम बिगड़ता है। हार्टबीट इर्रेग्युलर हो जाती है। पता भी नहीं चलता कब हाइपरटेंशन के मरीज बन जाते हैं। और आखिर में लोग डिप्रेशन की गिरफ्त में चले जाते हैं। जबकि जरूरी ये है कि गुस्सा-निगेटिव इमोशंस से खुद को आजाद करें। मन को शांत रखें जिससे जिंदगी खुशहाल बने। आइये जानते हैं कि योग और मेडिटेशन से कैसे इंसान अपने इमोशंस को काबू में रख सकता है?
गुस्से से बिगड़ी सेहत
गुस्से से स्ट्रेस हार्मोन्स बढ़ते हैं
स्ट्रेस हार्मोन्स से टेंशन बढ़ती है
टेंशन से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा
हाइपरटेंशन से खतरा बढ़ता है
टेंशन से ब्रेन हेमरेज हो सकता है
स्ट्रेस-टेंशन से आर्टरीज ब्लॉक होने का डर
हार्ट अटैक के चांसेज बढ़ जाते हैं
बढ़ा एग्रेशन कैसे करें कंट्रोल
रोज योग करें
थोड़ी देर टहलें
मेडिटेशन करें
गहरी सांस लें
संगीत सुनें
अच्छी नींद लें
गुस्सा खतरनाक रहें सावधान
गुस्से का पैटर्न समझें
क्रोध में आपा ना खोएं
आत्मनियंत्रण सीखें
गुस्से के लक्षण पहचानें
गुस्सा होगा शांत
एलोवेरा और गिलोय का जूस पीएं
खट्टी चीजें ना खाएं
दूर करें हाइपरटेंशन
खूब पानी पीएं
स्ट्रेस-टेंशन कम लें
खाना समय से खाएं
जंक फूड ना खाएं
हार्ट होगा मजबूत करें नेचुरल उपाय
1 चम्मच अर्जुन की छाल
2 ग्राम दालचीनी
5 तुलसी
उबालकर काढ़ा बनाएं
रोज पीने से हार्ट हेल्दी