(www.arya-tv.com)हार्ट अटैक से गुजर चुके मरीजों का स्वास्थ्य बहुत नाजुक हो जाता है. ऐसे में मौसम में होने वाले बदलाव, खासकर ज्यादा गर्मी और ज्यादा ठंड , उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है.
गर्मी का असर पसीना और डिहाइड्रेशन:
ज्यादा गर्मी में पसीना अधिक आता है, जिससे शरीर में पानी की कमी होने लगती है.डिहाइड्रेशन से खून गाढ़ा हो जाता है और हार्ट को पंप करने में कठिनाई होती है.
हाई ब्लड प्रेशर:
गर्मी में ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, जिससे हार्ट पर दबाव पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
शरीर का तापमान:
गर्मी के मौसम में शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिससे हार्ट को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है.
ठंड का असर रक्त वाहिकाओं का सिकुड़ना :
ठंड के मौसम में हमारी रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं. जिससे खून का प्रवाह कम हो जाता है और हार्ट को अधिक मेहनत करनी पड़ती है.
ब्लड प्रेशर बढ़ना:
ठंड में ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, जिससे हार्ट पर ज्यादा दबाव पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा और बढ़ जाता है.
