(www.arya-tv.com) लौकी पौष्टिक और हेल्दी सब्जी की श्रेणी में आती है. इसमें विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में मौजूद होती है, जो शरीर व सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है. लौकी से विभिन्न तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं. साथ ही लौकी के पकौड़े, कोफ्ते, जूस आदि भी बनाए जाते हैं. एंटीऑक्सिडेंट गुण से भरे होने के बावजूद भी कुछ लोगों के लिए इसका सेवन खतरनाक साबित हो सकता है. विशेषकर ऐसे लोगों के लिए जो पेट, ब्लड प्रेशर, एलर्जी, किडनी स्टोन, कमजोर इम्यूनिटी या गर्भावस्था की स्थिति में हों. उन्हें लौकी का सेवन नहीं करना चाहिए अगर करना भी हो तो सावधानी बरतनी चाहिए व संतुलित मात्रा में करना चाहिए.
आयुर्वेदिक चिकित्सक पंकज कुमार (आयुर्वेद चिकित्सा में 25 वर्षों का अनुभव ) ने बताया कि लौकी हमारे खाद्य पदार्थों में बहुत अच्छी औषधि मानी जाती है और यह सभी जगह आसानी से पाई जाती है. लौकी का प्रयोग हम औषधि के रूप में करते हैं. जहां औसतीय चिकित्सक नहीं हैं वहां भी लोग इसका प्रयोग करना जानते हैं और यह बहुत ही अच्छी पित्त सामक औषधि, आहार द्रव्य है. लोग अगर लौकी का जूस खाली पेट सेवन करें, तो विभिन्न प्रकार के रोगों में फायदे मिल सकते हैं. यह पेट को साफ रखती है.
लौकी के फायदे
लौकी की कई तरह की प्रजातियां पाई जाती हैं, लेकिन सबसे अच्छी लंबी वाली लौकी होती है. लौकी का जूस बनाने के लिए लौकी को अच्छी तरह से धो लें, लेकिन छिलका सहित लौकी का जूस निकाला जाए छिलका हटाकर नहीं. वहीं जो लौकी मैच्योर हो गई है, उसका रस निकाल कर पीने से पित्त की विकृति वाले लोगों को या पेट की विभिन्न प्रकार के रोगों के लिए रामबाण है. जिनका मल का विसर्जन अच्छे से नहीं होता हो, ऐसे लोग भी लौकी का रस पीते हैं, तो उन्हें बहुत लाभ मिलेगा.