(www.Arya Tv .Com)कोलकाता: पश्चिम बंगाल का संदेशखाली (संदेशखालि) सियासत का अखाड़ा बन चुका है. संदेशखाली मामले को लेकर एक ओर जहां भाजपा हमलावर है, वहीं ममता बनर्जी की टीएमसी बैकफुट पर दिख रही है. उत्तर 24 परगना जिले का संदेशखालि अभी अशांत क्षेत्र बना हुआ है और तृणमूल कांग्रेस के फरार नेता शाहजहां शेख और उसके साथियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिलाओं के खुलासे के बाद सियासत गर्म है. संदेशखालि में विरोध प्रदर्शन का आज लगातार आठवां दिन है और बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर हैं और तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां तथा उनके कथित ‘गिरोह’ की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं. गुरुवार को भाजपा ने संदेशखालि मुद्दे पर ममता के बयान की मांग करते हुए सदन से ‘वॉक आउट’ किया.
इधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पार्टी सांसदों की छह सदस्यीय एक समिति गठित की है, जो शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के संदेशखालि का दौरा करेगी जहां तृणमूल कांग्रेस समर्थकों द्वारा महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए हैं. भाजपा की ओर से जारी एक बयान के अनुसार केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक और अन्नपूर्णा देवी, सांसद सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, संगीता यादव और उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी व राज्यसभा के सदस्य बृजलाल समिति का हिस्सा हैं. पार्टी सूत्रों ने बताया कि वे शुक्रवार को संदेशखालि जाएंगे.
भाजपा ने क्या कहा
पार्टी ने कहा कि यौन शोषण और महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं दिल दहला देने वाली हैं। उसने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है. पार्टी ने दावा किया, ‘पूरे राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है.’ हालांकि, राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने दावा किया कि उत्तर 24 परगना जिले में संदेशखालि के संबंध में झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस और तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व आरोपियों के खिलाफ उचित कदम उठा रहे हैं.
क्यों है बवाल
दरअसल, संदेशखालि क्षेत्र की कई महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जमीन हड़पने और उनका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. कई महिलाओं ने आरोप लगाया है कि शाहजहां और उनके समर्थक रात में उनके घर की बहू-बेटियों को ले जाते थे. अब महिलाएं वहां टीएमसी नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं और उनकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़ी हैं. महिलाओं के इस प्रदर्शन को भाजपा का भी साथ मिल गया है. पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय की टीम कथित राशन घोटाले में शाहजहां के आवास पर छापेमारी करने गई थी, जिस पर भीड़ ने हमला कर दिया था. वह पिछले महीने से फरार है. ईडी जब इलाके में थी, तभी महिलाओं ने शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर संगीन आरोप लगाए थे.
गृह मंत्रालय को दी गई रिपोर्ट
इससे पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें उन्होंने पुलिस पर संदेशखालि में ‘उपद्रवी तत्वों’ के साथ मिले होने का आरोप लगाया. राजभवन सूत्रों के मुताबिक, बोस ने रिपोर्ट में कहा कि स्थानीय लोग अपने आरोपों की जांच के लिए एक विशेष कार्य बल या विशेष जांच दल का गठन चाहते हैं। बोस ने सोमवार को अशांत क्षेत्र का दौरा किया और प्रदर्शनकारियों से बातचीत भी की. बोस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि मैंने पीड़ितों से बातचीत की और संदेशखालि का दौरा करके मामले का जायजा लिया है. मेरी राय में, वहां की स्थिति बेहद निंदनीय है.