(www.arya-tv.com) भ्रष्टाचार के मामले में अलग-अलग राज्यों से मंत्रियों के जेल जाने के नए मामले आए दिन सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री के पोनमुडी को आय से अधिक संपत्ति के मामले में तीन साल की सजा सुनाई गई है. इससे पहले दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन भी जेल की सजा काट रहे हैं. हालांकि अभी तक इन दोनों को सजा नहीं सुनाई गई है. कोर्ट इनके हिरासत को लगातार बढ़ा रही है. इसके अलावा तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी, पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी और ज्योति प्रिया मल्लिक भी फिलहाल जेल में हैं.
तमिलनाडु सरकार के मंत्री के पोनमुडीः मद्रास हाई कोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी और उनकी पत्नी को तीन-तीन साल की सजा सुनाई है. पहले निचली अदालत ने उन्हें बरी किया था, जिस फैसले को हाई कोर्ट ने पलट दिया है.
दिल्ली सरकार के पूर्व डिप्टी सीएमः मनीष सिसोदिया को दिल्ली शराब पॉलिसी स्कैम मामले में मनीष सिसोदिया जेल में हैं. ईडी की गिरफ्तारी के बाद से ही वो जेल में हैं. हालांकि उन्होंने कई बार जमानत की याचिका दायर की है, जिसे खारिज कर दिया गया है.
सत्येंद्र जैनः इसके अलावा दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन भी कथित आबकारी नीति घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में हैं. बीते बुधवार को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने जैन के खिलाफ आरोप तय करने के मामले पर आंशिक दलीलें सुनी. इसके बाद 6 जनवरी 2024 को सुनवाई करने का आदेश दिया.
पार्थ चटर्जीः इसके अलावा पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में पार्थ चटर्जी को 2022 में जुलाई के महीने में ईडी ने गिरफ्तार किया था. वर्तमान में दक्षिण कोलकाता में प्रेसीडेंसी सेंट्रल करेक्शनल होमी की न्यायिक हिरासत में हैं.
नवाब मलिकः इसके अलावा महाराष्ट्र की पूर्व सरकार में मंत्री रहे नवाब मलिक भी मनी लॉन्ड्रिंग केस में सलाखों के पीछे हैं. हालांकि उन्हें करीब दो महीने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत भी दी. फरवरी 2022 से वह जेल में हैं.