(www.arya-tv.com) यूं तो पूरे प्रदेश में नगर निगम अपनी कार्यप्रणाली को लेकर सदैव सवालों के घेरे में रहता है किंतु प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तो उसकी सारी व्यवस्थाएं पूरी तरह दम तोड़ गई है लखनऊ नगर निगम के जोन 5 की महिला जोनल अधिकारी संगीता सिंह द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन ही नहीं किया जा रहा है
महीनों लंबित रहती हैं पत्रावलियां
यह जोनल अधिकारी अपने पास रोकी गई फाइलों का अंबार लगाए हैं जिसे ना तो वह देख रही हैं ना ही हस्ताक्षर करती हैं और ना ही फाइलों का निस्तारण किया जाता है .एक-एक फाइल महीनो तक धूल खाया करती है और वे कभी मीटिंग कभी किसी अन्य बहाने से फाइलों का निस्तारण टालती रहती है. जिसके कारण उपभोक्ताओं को रोज नगर निगम का चक्कर काटना पड़ रहा है .म्यूटेशन गृह कर निर्धारण और अन्य आवश्यक तमाम दस्तावेज कार्यवाही होने के कारण एक बड़ी समस्या बन गए हैं
कार्यालय की स्थितियां तो और भी खराब
कार्यालय की स्थितियां तो और भी खराब है ना तो शौचालय की व्यवस्था है और ना ही अन्य कोई सुविधा . समय-समय पर होने वाले कार्यालय के खर्चों को भी कर्मचारी से ही वसूल किया जाता है इस अव्यवस्था के शिकार सभी हैं. किंतु सामने बोलने से कतराते हैं. पहले फाइलों का निस्तारण डाक द्वारा किया जाता था किंतु अब उसे संबंधित बाबू से मिलकर करने को कहा जाता है और यहीं से पैसे का लेनदेन शुरू हो जाता है जिसे लिए बिना फाइल का निस्तारण नहीं किया जाता देर होने का सारा जिम्मा कर्मचारी पर लगाते हुए जोनल अधिकारी कर्मचारियों पर एक्शन लेती है. यहां खुलेआम पैसों की मांग की जाती है जो सुविधा शुल्क दे देता है उसका कार्य हो जाता है .
म्यूटेशनके लिए आए एक बुजुर्ग सज्जन ने इस संवाददाता को बताया की उनकी फाइल महीनो से अटकी पड़ी है जबकि वे इसके लिए निर्धारित शुल्क भी नगर निगम में जमा कर चुके हैं जोनल अधिकारी के हस्ताक्षर न करने के कारण उन्हें अभी तक नोटिस नहीं इशू हो पा रही है
जोनल अधिकारी की हरकतों की वजह से मुख्यमंत्री को आईजीआरएस के माध्यम से अवगत करा दिया गया है उन्होंने विभिन्न समाचार पत्रों को पत्रभेज कर अपनी समस्याओं से अवगत करा दिया है
जवाब नहीं दे पाते कर्मचारी
विचारणीय प्रश्न यह है नगर निगम में ऐसा कितने दिन और चलेगा जबकि चुनाव सर पर हैं ऐसे में उपभोक्ताओं को परेशान करने में जोन 5 किसी तरह की कोताही नहीं कर रहा हैउनके कार्य निस्तारण न करने के कारण संबंधित नीचे के कई कर्मचारियों को आए दिन उपभोक्ताओं के सवालों का सामना करना पड़ता है जिसकी वजह से पूरे जोन 5 के कर्मचारियों में बेहद नाराजगी व्याप्त है।