(www.arya-tv.com)हापुड़ की घटना को लेकर बरेली में वकील आज भी कार्य बहिष्कार किया। वकीलों ने मांग करते हुए कहा कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक कार्य नहीं किया जाएगा। इससे पहले जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के कहने पर कचहरी में घूम-घूम हड़ताल करने की अपील की। वकीलों ने कहा कि हापुड़ कांड, अधिवक्ताओं की हत्या व उत्पीड़न के विरोध में 4 सितंबर को पूरे प्रदेश में अधिवक्ता विरोध स्वरूप हड़ताल पर रहकर न्यायिक कार्यों से विरत रहेंगे।
2 सितंबर को भी न्यायिक कार्यों से रहे विरत
बरेली जिला बार एसोसिएशन के सचिव विरेंद्र प्रसाद की तरफ से जिला न्यायाधीश पत्र लिखकर अवगत कराया। जिसमें 2 सितंबर को बरेली में वकील न्यायिक कार्यों से विरत रहे। 30 अगस्त को सैकड़ों की संख्या में वकीलों ने बरेली कचहरी में हंगामा और प्रदर्शन किया। और नारेबाजी करते हुए कहा कि पुलिस की तानाशाही बिल्कुल नहीं चलने दी जाएगी। हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज की घटना की निंदा की जाती है। इस घटना में शामिल जो भी दोषी पुलिसकर्मी हैं।
दोषी पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज की मांग
उनके निलंबन की कार्रवाई हो और सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई। वकीलों ने हंगामा करते हुए कहा कि हापुड़ के सीओ, एडिशनल एसपी और कप्तान इसके जिम्मेदार हैं। शासन को इन अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
निहत्थे वकीलों को पीटा गया
पुलिस ने बर्बरता पूर्ण ढंग से महिला अधिवक्ताओं पर भी लाठियां बरसाईं हैं। इससे पहले जिला बार के पदाधिकारी भी शामिल रहे, और महिला अधिवक्ता भी रहीं। वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने कहा कि जल्द ही इसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी। 31 अगस्त को रक्षाबंधन का अवकाश रहा। 2 सितंबर को हड़ताल रही, तीन तारीख का रविवार था। आज 4 सितंबर को फिर वकील हड़ताल पर हैं।