(www.arya-tv.com) चर्चित मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में 20 साल से सजा काट रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि शुक्रवार शाम करीब साढ़े 7 बजे रिहा हो गए। अमरमणि और उनकी पत्नी इलाज के नाम पर बीते करीब 10 साल से बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राइवेट वार्ड नंबर-16 और वार्ड नंबर-8 में भर्ती हैं।
रिहाई से एक हफ्ते पहले यूपी सरकार को भेजी गई मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, अमरमणि मानसिक रुप से बीमार हैं। उनका इलाज मानसिक रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. तपस कुमार आइच के देखरेख में चल रहा है। जबकि, उनकी पत्नी मधुमणि को सवाईकल से जुड़ी दिक्कत बताई गई है। उनका न्यूरो सर्जन की देखरेख में इलाज चल रहा है फिलहाल दोनों जेल से तो रिहा हो गए। लेकिन, अभी मेडिकल कॉलेज में ही भर्ती रहेंगे।
उनके बेटे अमन मणि त्रिपाठी ने कहा, ”पिता जी के स्वास्थ्य की स्थिति अभी वैसे ही है। डॉक्टर जब उनका स्वास्थ्य अच्छा होने की जानकारी देंगे, उसके बाद डॉक्टरों के परामर्श पर ही वे डिस्चार्ज होकर घर जायेंगे।”
रिहाई को बदल सकता है राजनीतिक समीकरण
वहीं, अमरमणि की रिहाई की खबर के बाद उनके गोरखपुर के दुर्गाबाड़ी रोड स्थित घर पर तो सन्नाटा छाया रहा। लेकिन, उनकी कर्मभूमि महाराजगंज के नौतनवा विधानसभा कार्यालय पर लोगों ने जमकर खुशी मनाई। इस दौरान एक-दूसरे को मिठाई खिलाने के साथ ही आतिशबाजी भी की गई।
राजनीतिक सरगर्मियां तेज हुईं
कार्यकर्ताओं ने कहा, ”पूर्वांचल का शेर आ रहा है। अब एक बार फिर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो जाएंगी।” जबकि, 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अमरमणि की रिहाई को राजनीतिक एंगल से भी देखा जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अमरमणि की रिहाई से आने वाले चुनाव में अब महराजगंज का राजनीतिक समीकरण बदल सकता है।
पूर्वांचल में बड़े ब्राह्मण चेहरे हैं अमरमणि
अमरमणि त्रिपाठी पूर्वांचल में बड़े ब्राह्मण चेहरे हैं। भाजपा भी उन्हें अपने में पाले में करने की कोशिश करे तो कोई आश्चर्य नहीं होगा। सपा से उनकी करीबी है ही। बसपा से भी उनके संबंध अच्छे है। कांग्रेस से वह पूर्व में चुनाव जीत चुके हैं।