हरियाली तीज व्रत के मौके पर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने आयोजित किया कार्यक्रम “आया सावन झूम के”

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(www.aryatv.com) 19 अगस्त 2023 को हरियाली तीज व्रत है। यह व्रत को सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है, क्योंकि इस दिन बिना अन्न-जल ग्रहण किए पूरे दिन निर्जाला व्रत रखा जाता है और शाम के समय पूजा की जाती है। हरियाली तीज व्रत में मां गौरा पार्वती और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है। यह व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन की कामना के लिए रखा जाता है। इस व्रत को करने से वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है, लेकिन धार्मिक शास्त्रों में हरियाली तीज व्रत को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना जरूरी होता है।

अन्न-जल के ग्रहण से बचें
हरियाली तीज का व्रत निर्जला होता है। फल व पानी का भी सेवन नहीं किया जाता है। वहीं व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद होता है। ऐसे में इस दिन गलती से भी अन्न जल ग्रहण नहीं करना चाहिए।

हरियाली तीज के मौके पर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसका नाम “आया सावन झूम के”,आयोजन करता श्रीमती रश्मि सिंह, सुजाता मनी, साधना कुमारी, लीना सिंह और अर्चना गुप्ता, कार्यक्रम में उपस्थित रहें वही मुख्य अतिथि श्रीमती ममता सिंह, श्रीमती जया सचान एवं श्रीमती रश्मि जैन, व अन्य सिचाई विभाग परिवार की महिलाएं उपस्थित रही।

हरियाली तीज व्रत में क्या करें ?

हरियाली तीज के दिन निर्जला व्रत रहें।
इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करें और हाथों में हरे रंग की चूड़ियां पहनें।
इस दिन मेहंदी लगाने का बड़ा ही महत्व है।
इस अवसर पर महिलाएं झूला झूलती हैं और सावन के गीत गाती हैं।
रात भर जागकर भगवान शिव व माता पार्वती का पूजन व भजन करें।