(www.arya-tv.com) आगरा की एक युवती से मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर शातिर अपराधी ने फोन पर बात की। युवती के पार्सल में ड्रग्स पकड़े जाने जिक्र करते हुए और केस में फंसने का भय दिखाकर 22 लाख रुपए ठग लिए। शातिर ने जब और रुपए मांगे तो पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी।
थाना न्यू आगरा क्षेत्र में रहने वाले स्तुति कारोबारी परिवार से जुड़ी हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने एक पार्सल ऑर्डर किया था। उसके एक-दो दिन बाद एक फोन आया, जिस पर मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर एक व्यक्ति ने बात की। उसने जानकारी दी कि आपने जो आनलाइन सामान मंगाया था, उसमें ड्रग्स पकड़ा गया है। आपके खिलाफ ड्रग तस्करी का केस दर्ज किया जा रहा है। फोन पर युवती के नाम पते भी बताए, जो सही थे। युवती डर गई और सफाई देने की कोशिश की। शातिर ने उसे इस तरह झांसे में लिया कि उसकी बातों में फंसती चली गई और शातिर ने कोई केस न बनाने के बदले में उससे 22 लाख रुपये ठग लिए। इसके बाद जब शातिर ने और रकम मांगी तो युवती पुलिस के पास पहुंच गई। पीड़िता ने पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर को ठगी की जानकारी देते हुए कार्रवाई प्रार्थना पत्र दिया है।
स्काइप एप पर नहीं होती रिकॉर्डिंग
दरअसल घटना 11 अप्रैल की है। युवती से शातिर अपराधी ने स्काइप एप पर बातें की थीं। जिसमें मोबाइल नंबर और बातचीत रिकार्ड नहीं होती है। पुलिस आयुक्त ने गत मंगलवार को पीड़ित की शिकायत पर साइबर सेल आगरा और रेंज साइबर थाने में प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं। साइबर सेल जांच में जुट गई है।
ऑनलाइन खरीदारी में
न दें निजी जानकारी
साइबर रेंज के प्रभारी निरीक्षक सुल्तान सिंह ने बताया कि ब्लैकमेलिंग करने वाले शातिर का फोन पर कोई डाटा नहीं है। दरअसल उसने स्काइप एप का इस्तेमाल किया है, जिसमें कोई डिटेल नहीं आती है। हालांकि पूरे प्रकरण में अन्य स्रोतों से जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि ऑनलाइन खरीदारी करते समय किसी को निजी जानकारी न दें।