(www.arya-tv.com) ताजमहल की 500 मीटर की परिधि में व्यवसायिक गतिविधियां बंद करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में एडीए की कार्रवाई अब व्यापारियों की जान ले रही है। कई व्यापारी सदमे में हैं। सदमे के चलते एक व्यापारी अपनी जान गंवा चुके हैं। व्यापारी की मौत के बाद उनका परिवार टूट गया है। जिस बेटी के हाथ पीले करने के लिए वो सालों से ख्वाब सजाए थे, उस बेटी के सिर से पिता का साया उठ गया।
26 जनवरी को है बेटी की शादी
ताजगंज सब्जी मंडी निवासी 45 साल के प्रदीप अरोड़ा का मंगलवार को निधन हो गया। उनके घरवालों ने बताया कि 27 सितंबर को जब सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया था कि ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में कोई भी व्यवसायिक गतिविधि नहीं होगी, इसके बाद से ही प्रदीप तनाव में आ गए थे। प्रदीप की सब्जी मंडी के पास किराने की दुकान थी। 80 साल पुरानी दुकान के एक दम से बंद होने के डर से वो सहम गए थे। मगर, जब एडीए ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन के लिए नोटिस जारी किए तो इससे उनको गहरा अघात लगा। इसके चलते उन्हें 6 अक्टूबर को हार्ट अटैक आया। उस समय परिवार वाले उन्हें समय पर हॉस्पीटल ले गए तो उनकी जान बच गई थी।
मृतक के साले मुकेश अरोड़ा का कहना है कि उन्हें क्या पता था कि 6 दिन बाद ही हम अपने बहनोई को खो देंगे। मुकेश ने बताया कि जब से एडीए ने 17 अक्टूबर का अल्टीमेटम दिया था, तब से वो गुमसुम रहने लगे थे। वो एक ही बात कहते थे कि दुकान बंद हो गई तो बेटी की शादी कैसे करूंगा। उनकी बेटी की 26 जनवरी को शादी होने वाली थी। प्रदीप बेटी की शादी के लिए अभी से तैयारी में जुटे थे। बेटी को डोली में बैठकर विदा करने के लिए सपने संजोए थे। मगर, मंगलवार दोपहर में वो दुकान पर बैठे थे। तभी आसपास के लोग दुकानें बंद होने की बात करने लगे, इससे प्रदीप को सदमा लगा। अचानक उनके सीने में दर्द उठा। जब तक घर वाले कुछ समझ पाते वो बेहोश हो गए। डॉक्टर के पास ले गए तो तब तक वो दम तोड़ चुके थे।
घरवाले बोले- परिवार टूट गया
प्रदीप की मौत के बाद उनका पूरा परिवार सदमे में है। पत्नी और बेटी का रो-रो कर बुरा हाल है। बूढे़ मां-बाप भी जवान बेटे की मौत का सदमा सहन नहीं कर पा रहे हैं। बेटे की मौत के बाद उनकी हालत भी खराब है। घरवालों का कहना है कि दुकान से ही प्रदीप पूरे परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। दुकान जाने के सदमे ने उनकी जान ले ली।
केंद्रीय मंत्री के साथ की बैठक
ताजगंज डवलपमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष नितिन सिंह ने बताया कि बुधवार को केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने सर्किट हाउस में ताजगंज क्षेत्र के व्यापारियों संग बैठक की थी। बैठक में डीएम, एडीए वीसी को भी बुलाया गया। केंद्रीय मंत्री ने एडीए वीसी से व्यापारियों के नियमानुसार मदद करने के लिए कहा। मगर, एडीए की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला है।
50 हजार लोगों की रोजी रोटी पर संकट
ताजगंज डवलपमेंट फाउंडेशन के अध्यक्ष नितिन सिंह का कहना है कि 27 सितंबर के बाद से ताजगंज के व्यापारियों की नींद उड़ गई है। प्रदीप अरोड़ा का निधन हो गया, जबकि ऐसे तमाम दुकानदार और व्यापारी हो जो सदमे में हैं। उनकी तबियत खराब है। 50 हजार लोगों की रोजी रोटी पर संकट है। अगर इनका रोजगार छीना तो इनमें से बहुत से लोग इस सदमे में सहन नहीं कर पाएंगे।