(www.arya-tv.com) आयकर विभाग की झांसी और कानपुर सहित 5 शहरों में घनाराम समूह पर की गई छापेमारी में समूह ने 150 करोड़ की कमाई सरेंडर की है। इसके अलावा, 15 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का कैश और ज्वैलरी सीज की गई है। जिसका हिसाब कारोबारी नहीं दे सके थे। जांच पूरी होने के बाद केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर जानकारी दी है।
सरकारी ठेकों के साथ रियल स्टेट कारोबार
CBDT के मुताबिक घनाराम समूह सरकारी ठेके लेने के साथ ही रियल स्टेट क्षेत्र में सक्रिय है। छापे की चपेट में आए प्रमुख कारोबारी ने 150 करोड़ रुपए से अधिक की अतिरिक्त रकम सरेंडर करने की पेशकश की है। आयकर विभाग को सरकारी ठेके से जुड़े कारोबार की जांच से पता चला। समूह हर वित्त साल के अंत में अपने बहीखातों में जोड़-तोड़ करके और मुनाफा कम दिखाकर ‘बड़े पैमाने’ पर कर चोरी में शामिल था।
32 परिसरों में मारे थे छापे
पिछले दिनों आयकर विभाग ने झांसी के बड़े रीयल स्टेट कारोबारी घनाराम समूह और उनके सहयोगियों के 32 परिसरों पर छापे मारे थे। ये कार्रवाई झांसी, कानपुर, लखनऊ, दिल्ली और नोएडा में की गई थी। CBDT के अनुसार, बहीखातों में फर्जी खर्च के दावे और संदिग्ध लेनदारों का रिकाॅर्ड खंगाला था। इनमें से किसी का अस्तित्व नहीं पाया गया। जब्त दस्तावेजों से फर्जी खर्च और लेनदारों के 150 करोड़ रुपए से अधिक के दावे का पता विभाग को चला है।