(www.arya-tv.com) बिजली बिल वसूली को लेकर ऊर्जा विभाग की तरफ से चलाए जा रहे अभियान का असर नहीं दिख रहा है। ऊर्जा विभाग के आंकड़ों के हिसाब से मौजूदा समय में 42 लाख 94 हजार 323 उपभोक्ता ऐसे हैं, जिन्होंने अपना पहला बिल ही जमा नहीं किया है।
सूत्रों के हिसाब से बड़ी बात यह है कि इसमें करीब 80% यानी 33 लाख उपभोक्ता ऐसे हैं, जिनके यहां बिजली सप्लाई अभी भी चल रही है। विभाग कनेक्शन काटने के लिए अभियान चलाने का दावा तो करता है। लेकिन, वास्तविक स्थिति में इतनी बड़ी संख्या में ऐसे उपभोक्ता सामने आए हैं। इसका जवाब अधिकारियों के पास भी नहीं है।
5000 करोड़ से ज्यादा का बकाया
पावर कॉर्पोरेशन के एक सीनियर इंजीनियर ने बताया कि इन उपभोक्ताओं में ऐसे लोग की संख्या भी लाखों में है, जिनको सौभाग्य योजना के तहत बिजली दी गई है। माना जा रहा है कि 42 लाख लोगों का कुल बकाया करीब 5000 करोड़ रुपए से ज्यादा है। हालांकि, विभाग के पास अभी इसका सही डेटा उपलब्ध न होने की बात सामने आ रही है।
मंत्री ने बताई थी समस्या
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा खुद इसको लेकर अपनी चिंता जता चुके हैं। कुछ दिन पहले लखनऊ के एक निजी होटल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह बात कही थी कि विभाग में कभी भी बिल जमा नहीं करने वाले उपभोक्ता बड़े स्तर पर हैं। हालांकि, उन्होंने इसको चिह्नित कर अभियान चलाने की बात भी कही थी।
सबसे ज्यादा उपभोक्ता पूर्वांचल में
बिल जमा नहीं करने के मामले में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के उपभोक्ता का पहला स्थान है। यहां करीब 20 लाख से ज्यादा लोगों ने अपना पहला बिल तक जमा नहीं किया है। उसके बाद मध्यांचल का नंबर आता है। यहां भी ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या 14 लाख से ज्यादा है।
उसके बाद बाकी दो डिस्कॉम का नंबर है। पूर्वांचल में 20 लाख 14 हजार 107 उपभोक्ता हैं। इसके अलावा मध्यांचल में 14 लाख 59 हजार 487 उपभोक्ता, दक्षिणांचल में 6 लाख 45 हजार 685 उपभोक्ता और पश्विमांचल में 1 लाख 75 हजार 643 उपभोक्ता हैं।