सड़क हादसे में घायल युवक को समय पर एम्बुलेंस नहीं मिली। तीन घंटे तक मरीज दर्द से तड़पता रहा। आरोप है कि इस दौरान एम्बुलेंस के लिए 108 हेल्पलाइन पर करीब 25 बार कॉल की गई। पुलिस ने घायल युवक को अपने साधन से रामसागर मिश्र संयुक्त अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।
बाराबंकी के जिन्दपुर थाना घुंघटेर निवासी संजय सिंह ने बताया कि उनका ऑटो रिक्शा खराब होने के कारण वह सीतापुर हाइवे स्थित आरके बीके पेट्रोल पंप के पास मरम्मत करवा रहे थे। इसी दौरान वे पास की पान मसाला की दुकान से सामान लेने गए। लौटते समय अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में उनका एक पैर और एक हाथ टूट गया, साथ ही अन्य चोटें भी आईं।
हाइवे किनारे मौजूद ढाबा संचालक और रिश्तेदार कृष्ण कुमार ने उन्हें जमीन पर लिटाया और 108 कंट्रोल रूम पर एम्बुलेंस के लिए कई बार मदद मांगी। वार्ता के बावजूद एम्बुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस कर्मियों ने भी 108 डायल किया, लेकिन काफी देर तक एम्बुलेंस नहीं आई।
अंततः पुलिस ने अपने वाहन से संजय सिंह को साढ़ामऊ स्थित रामसागर मिश्र अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया। कृष्ण कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने मोबाइल, डॉक्टरों और घायल युवक के मोबाइल से करीब 25 बार एम्बुलेंस की मदद मांगी।
करीब तीन घंटे बाद 102 नंबर की एम्बुलेंस पहुंची और दर्द से तड़पते मरीज को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। इस घटना ने एम्बुलेंस सेवा और हेल्पलाइन की तत्परता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
