(www.arya-tv.com) हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के सुनहरे दौर की बेहतरीन अदाकारा। एक्ट्रेस मां और फिल्मेकर पिता के घर जन्मीं, लेकिन विदेश में पढ़ीं। बचपन से ही एक्ट्रेस बनने का हठ और 8 साल की उम्र में ही दिलीप कुमार से शादी करने की जिद। तब मां ने इस बात को हंसी में टाल दिया, लेकिन उनको क्या पता था कि जब बेटी 22 साल की होगी, तब उसकी ये बात सच साबित होगी और वो 44 साल के दिलीप कुमार की जीवनसंगिनी बन जाएगी। दिलीप से सायरा कितनी मोहब्बत करती थीं, ये बात जगजाहिर है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि वो दिलीप कुमार की नजर उतारती थीं। उनका सदका करती थीं। दिलीप भी उन पर कम जान नहीं छिड़कते थे। चाहे दूसरी शादी करके सायरा के पास वापस लौट आना हो या बच्चा नहीं करने का फैसला लेना हो, उन्होंने हर कदम पर सायरा का ध्यान रखा। आइये आपको आज सायरा के 79वें जन्मदिन पर उनके उस फैसले के बारे में बताते हैं, जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे।
सायरा बानो का जन्म 23 अगस्त 1944 को मसूरी में हुआ था। वो एक्ट्रेस नसीम बानो और प्रोड्यूसर मियां एहसान-उल-हक के घर जन्मी थीं। उनका एक भाई है, जिसका नाम सुल्तान अहमद है। वो उनसे पांच साल बड़े हैं। सायरा जब 16 साल की थीं, तब उन्होंने 1960 में हिंदी फिल्मों में काम करना शुरू किया था। उन्होंने शम्मी कपूर संग ‘जंगली’ फिल्म से डेब्यू किया था। उनकी रोमांटिक हीरोइन की छवि बनी और उन्होंने कई लव स्टोरीज वाली फिल्मों में एक्टिंग की।
इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और कई हिट फिल्मों में नजर आईं और बॉलीवुड की नंबर वन एक्ट्रेसेस में शुमार हो गई थीं। उन्होंने ‘शागिर्द’, ‘दीवाना’, ‘ब्लफ मास्टर’, ‘पड़ोसन’, ‘हेरा फेरी’, ‘बैराग’ और ‘फैसला’ जैसी फिल्मों में काम किया। सायरा बानो ने दिलीप कुमार से 11 अक्टूबर 1966 को शादी की थी। उस समय सायरा 22 साल की थीं और दिलीप कुमार 44 के थे। उम्र के इस फासले के बाद भी दोनों के दिलों में एक-दूसरे के लिए बेइंतहा प्यार था।
इसलिए नहीं है कोई औलाद
अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘दिलीप कुमार: द सबस्टेंस एंड द शैडो’ में उन्होंने खुलासा किया कि साल 1972 में सायरा प्रेग्नेंट थीं, लेकिन 8वें महीने में ब्लडप्रेशर बहुत ज्यादा बढ़ गया और बच्चे की कोख में ही मौत हो गई थी। इसके बाद इसे भगवान की मर्जी मानते हुए उन्होंने दोबारा बच्चे पैदा करने की कोशिश नहीं की।