इस सर्वे में इस बात की जानकारी ली जाएगी कि लोगों की दिनचर्या कैसी है, वे अपने वाहन में किस तेल का इस्तेमाल करते हैं और पीने के लिए पानी कहां से खरीदते हैं। इस सर्वे में लोगों से टीवी, रेडियो, इंटरनेट कनेक्शन और लैपटॉप के बारे में भी जानकारी मांगी जाएगी। प्राप्त डाटा के आधार पर सरकार देश में इंटरनेट और स्मार्टफोन की पहुंच का अंदाजा लगाएगी।
इंटरनेट और स्मार्टफोन के अलावा सरकार यह भी जानने की कोशिश करेगी कि आपके घर में किस कंपनी का केबल है और आपका डीटीएच ऑपरेटर कौन है। साथ ही जनगणना से पहले होने वाले इस सर्वे में लोगों से यह भी पूछा जाएगा कि उनके घर में परंपरागत रेडियो है या नहीं। लोग रेडियो सुनने के लिए फोन में मौजूद एफएम का इस्तेमाल करते हैं या फिर रेडियो का।
साल 2011 की जनगणना में पूछे गए थे इंटरनेट से जुड़े सवाल
बता दें कि साल 2011 की जनगणना में सरकार ने इंटरनेट की पहुंच का पता लगाने के लिए लोगों से लैपटॉप के बारे में और इंटरनेट के बारे में जानकारी मांगी गई थी। वहीं नई जनगणना में यह सवाल भी जोड़ा जाएगा कि यदि कोई नागरिक इंटरनेट का इस्तेमाल करता है तो वह किस तरह करता है। वह मॉडेम के जरिए इंटरनेट चलाता है, वाई-फाई राउटर के जरिए इंटरनेट चलाता है या फिर उसके घर में ब्रॉडबैंड कनेक्शन है।