बढ़ रही मृत्य दर; योगी सरकार ने अंतरराज्यीय बस सेवा स्थगित की

Health /Sanitation UP

(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरे दिन रविवार को कोरोना वायरस के सरकारी आंकड़े राहत देने वाले हैं। पिछले 24 घंटे में एक्टिव केस में 5,667 की गिरावट आई। इसके बाद एक्टिव केस की संख्या तीन लाख से नीचे आकर 2,95,752 पर आ गया है। शनिवार को एक्टिव केस में 8,950 केस कम हुए थे, लेकिन मौतें नहीं थम नहीं रही हैं। 26 अप्रैल को मृत्यु दर 0.74 फीसदी थी, जो अब 30 अप्रैल से .95 फीसदी हो गई है।

रविवार को योगी सरकार ने 4 मई से प्रदेश में कोरोना जांच का विशेष अभियान शुरू करने जा रही है। यह अभियान विशेषकर गांवों में चलाया जाएगा। अब यूपी की रोडवेज बसें न तो दूसरे राज्यों को जाएंगी और न ही दूसरे राज्यों की बसें आ पाएंगी।

बीते 24 घंटे में 30,993 नए संक्रमित मिले तो 290 की मौत हो गई। जबकि 36,650 मरीज ठीक हुए हैं। अब तक प्रदेश में 13,162 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं 24 घंटे में लखनऊ में 3,342 संक्रमित मिले तो 5417 लोग ठीक हुए। जबकि कानपुर नगर में 1,357 केस, प्रयागराज में 974, वाराणसी में 1610, मेरठ में 1033, गौतमबुद्ध नगर में 1571, गोरखपुर में 737, गाजियाबाद में 1085, बरेली में 962, मुरादाबाद में 828 नए संक्रमित मिले हैं।

गांवों में चलेगा टेस्टिंग अभियान
योगी सरकार प्रदेश में 4 मई से स्पेशल ड्राइव शुरू करने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-09 को दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान CM ने कहा कि कोविड संक्रमण से हमें गांवों को बचाना होगा। गांवों के प्रति विशेष सतर्कता की जरूरत है।

  • आवागमन न्यूनतम हो, इसके लिए अंतरराज्यीय बस सेवा को तत्काल स्थगित करने के निर्देश।
  • वायु सेवा से आवागमन करने वाले सभी यात्रियों के लिए कोविड निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य किया किया जाए।
  • गांवों में आने वाले हर एक प्रवासी व्यक्ति की टेस्टिंग की जाए। उन्हें नियमानुसार क्वारैंटाइन किया जाए।
  • ट्रेनों से आने वालों की तापमान जांच, संदिग्ध हों तो एंटीजन टेस्ट आदि कराया जाना सुनिश्चित करें। इसमें लापरवाही न हो।
  • प्रदेश की सभी 97 हजार राजस्व गांवों में कोविड टेस्टिंग का वृहद अभियान संचालित किया जाए। इस संबंध में सभी जरूरी तैयारी कर ली जाए।
  • RT-PCR की संख्या बढ़ाई जाए। निगरानी समितियों से सहायता लें। जो लोग अस्वस्थ हों, पॉजिटिव पाए जाएं, उन्हें मेडिकल प्रोटोकॉल का मुताबिक उपचार दिया जाए।