एक अध्ययन का कहना है कि शाकाहारियों को मांसाहारियों की तुलना में स्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहता है। यह अध्ययन कहता है कि जो लोग सिर्फ सब्जी खाते हैं उन्हें मांस खाने वालों की तुलना में 20 फीसदी ज्यादा स्ट्रोक की बीमारी का खतरा रहता है। यह दावा ऑक्सफॉर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने किया है। इस अध्ययन के लिए 18 सालों तक 50 हजार लोगों के जीवनशैली का विश्लेषण किया गया।
अध्ययन का जो निष्कर्ष निकला उसमें कहा गया कि मांस से मिलने वाले विटामिन को नहीं लेने की वजह से शरीर पर अतिरिक्त खतरे का बोझ बढ़ जाता है। वैजीटेरियन लोगों को नॉन-वैजीटेरियन की तुलना में बीस फीसदी स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इस अध्ययन में देखा गया कि पिछले दस सालों में हजार में से तीन से ज्यादा लोगों को मांस नहीं खाने वालों की तुलना में रक्तस्त्रावी स्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहा।
अध्ययन कहता है कि जो लोग शाकाहारी होते हैं उनमें विटामिन की कमी रहती है और उनका कोलेस्ट्रोल का स्तर भी कम रहता है। शाकाहारी लोगों में विटामिन बी12 की कमी हो जाती है जिसकी वजह से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि दुनियाभर में मीट-फ्री डाइट को भी बढ़ावा मिलते हुए देखा जा रहा है। ब्रिटेन में 17 लाख से ज्यादा लोग मांसाहार छोड़ चुके हैं। इन लोगों ने शाकाहारी भोजन अपना लिया है। यह भी कहा जा रहा है कि ऐसे लोगों में हार्ट अटैक का खतरा भी कम देखा जा रहा है। लेकिन हालिया अध्ययन इससे विपरित चीजें बताता है। इसमें शाकाहारी लोगों को स्ट्रोक का खतरा ज्यादा बताया गया है।