उत्तर-पूर्वी दिल्ली के करावल नगर इलाके में रहने वाले इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के सुरक्षा सहायक 26 वर्षीय जांबाज अंकित शर्मा भी दंगाइयों के पागलपन का शिकार हो गए। अब उनकी मौत के पीछे आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। ताहिर और उनके समर्थकों पर आईबी के स्टाफर अंकित की हत्या का आरोप लग रहा है।
हालांकि वह पुलिस से बचते फिर रहे हैं और अपने किसी रिश्तेदार के घर से ताहिर ने वीडियो जारी कर खुद पर लगे सभी आरोपों को गलत बताया है। जानिए कौन हैं ताहिर हुसैन जिस पर अंकित के परिजन ये आरोप लगा रहे हैं कि दंगाइयों ने पत्थरबाजी करते हुए अंकित व उनके साथ तीन अन्य लोगों को भी भीड़ में खींच लिया। परिजनों के मुताबिक, कथित रूप से स्थानीय आप पार्षद ताहिर की बिल्डिंग में ले जाकर उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
आप पार्षद ताहिर राजनीति में भले ही जाना माना नाम नहीं हैं लेकिन पूर्वोत्तर दिल्ली में शाहदरा, नेहरू नगर, चांदबाग के इलाके में उनका बहुत रसूख है। मुसलमानों के बीच इनकी पैठ है। चुनाव के दौरान भरे गए हलफनामे के अनुसार ताहिर 2017 में निर्वाचन क्षेत्र 059-E-नेहरू विहार (पूर्वी दिल्ली) से आप के टिकट पर पार्षद बने।
वह करावल नगर के नेहरू विहार में रहते हैं। चुनावी हलफनामे के अनुसार वह व्यवसायी हैं और 18 करोड़ की घोषित संपत्ति है। उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। ताहिर ने आठवीं पास हैं और नेशनल ओपन स्कूल से दसवीं की पढ़ाई कर रहे हैं। हालांकि यह जानकारी उन्होंने 2017 में दी थी तो उसके अनुसार उनकी पढ़ाई पूरी हो गई होगी।
Locals continue to send video evidence of AAP corporator Mohammed Tahir Hussain’ role in unleashing violence against Hindus…
This explains Kejriwal’s studied silence. He neither called his MLAs for a meeting nor did he ask maulvis, who his govt pays, to appeal for peace… pic.twitter.com/gB157ioriX
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 26, 2020
ताहिर हुसैन ने वीडियो जारी कर दी ये सफाई
ताहिर हुसैन ने आरोप लगने के बाद एक वीडियो जारी कर अपनी सफाई दी है। उन्होंने इसमें बताया है कि उन्हें उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी ने एक भीड़ से 24 फरवरी को बचाया था जब भीड़ उन पर हमला करने वाली थी। ताहिर ने कहा है कि पुलिसवालों की निगरानी एक दिन रही उसके बाद पुलिस चली गई। मैं एक सच्चा, अच्छा भारतीय मुसलमान हूं, मैं आगे भी हिंदू-मुसलमान भाईचारे के लिए काम करता रहूंगा। मैं खुद जान बचाकर परिवार के साथ एक रिश्तेदार के पास हूं। मैं बच्चे की सौगंध खाकर कहता हूं कि इन सबसे मेरा कोई लेना-देना नहीं हैं। मैं इस तरह की घटिया राजनीति नहीं कर सकता। वीडियो में सुनें उनका पक्ष…
Locals continue to send video evidence of AAP corporator Mohammed Tahir Hussain’ role in unleashing violence against Hindus…
This explains Kejriwal’s studied silence. He neither called his MLAs for a meeting nor did he ask maulvis, who his govt pays, to appeal for peace… pic.twitter.com/gB157ioriX
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 26, 2020
अमित मालवीय ने वीडियो जारी कर ताहिर पर लगाए ये आरोप
वहीं भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक ट्वीट में ताहिर पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, स्थानीय लोग लगातार आप पार्षद ताहिर हुसैन के वीडियो सबूत भेजकर ये बता रहे हैं कि उन्होंने हिंदुओं के खिलाफ हिंसा भड़काने का काम किया। यह दिखाता है कि क्यों केजरीवाल इस मुद्दे पर इतने शांत हैं। उन्होंने न तो अपने विधायकों को बैठक के लिए बुलाया न ही मौलवियों को बुलाया, जिन्हें उनकी सरकार पैसे देकर शांति की अपील करवाती है।
