अभिषेक राय
(www.arya-tv.com) महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह संगम नोज जाने के बजाय निकट के घाट पर स्नान कर लें। सीएम योगी ने कहा है कि स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं। लोग वहां स्नान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रशासन के नियमों का ध्यान रखें और किसी प्रकार की अफवाह में न आएं।
अखाड़ों में नहीं होगा अमृत स्नान
मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ और भगदड़ के चलते सभी अखाड़ों ने अमृत स्नान न करने की अपील की गयी है। यह अपील अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र गिरी ने की। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा जिस तरह से श्रद्धालुओं की भीड़ और भगदड़ की घटना सामने आई है उससे अखाड़े ने स्नान न करने का फैसला लिया है।
संयम बरतने की अपील
सामने आए वीडियो के अनुसार कुछ महिलाओं और बच्चों को भी चोट लगी है। अभी हालात काबू में बताये जा रहे हैं। महाकुंभ नगर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बरतने की अपील की है। बताया जा रहा है कि प्रयागराज के संगम तट पर अमृत स्नान से पहले देर रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई। इसमें कुछ लोगों के मरने की बात कही जा रही है। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक भगदड़ मचते ही लोग दौड़ने लगे। अभी प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि श्रद्धालुगण मां गंगा के जिस भी घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। स्नानार्थियों के लिए कई घाट बनाए गये हैं, जहां सुविधाजनक रूप से स्नान किया जा सकता है। उन्होंने सभी से मेला प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है। सीएम योगी ने सभी से अपील की है कि वह किसी भी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे जरूरी
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी ने बताया कि इस वक्त 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में हैं। इतनी बड़ी तादाद में भीड़ को कंट्रोल करना मुश्किल होता है। हमारे साथ लाखों की संख्या में संतों का हुजूम है। हमारे लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है।