समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर से महाकुंभ को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए महाकुंभ में स्नान करने गईं महिलाओं की तस्वीरों को बेचे जाने के मामले को घोर निंदनीय बताया और इसे महिलाओं की गरिमा के विरुद्ध करार दिया. अखिलेश ने इस मामले पर सभी उत्तरदायी संस्थायों से आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है.
सपा अध्यक्ष ने जिस खबर का हवाला दिया है. उसमें ये दावा किया गया है कि महाकुंभ में महिलाओं की सुरक्षा को ताक पर रखा गया है. यहां पर स्नान के लिए आईं कई महिलाओं की तस्वीरें टेली ग्राम पर बेची जा रही हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि ‘ये एक अति अशोभनीय एवं संवेदनशील मामला है कि महाकुंभ में नारी के मान-सम्मान की रक्षा करने में भाजपा सरकार विफल रही है. महाकुंभ में पुण्य कमाने आई स्त्री शक्ति की तस्वीरों के सरेआम बेचे जाने के समाचार पर श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश है.
सपा अध्यक्ष ने उठाए गंभीर सवाल
उन्होंने आगे लिखा- नारी की गरिमा की सुरक्षा करना सरकार का कर्तव्य है, क्या सरकार इस ऑनलाइन बिक्री से जीएसटी कमाकर इस गोरखधंधे की हिस्सेदारी नहीं बन रही है. उप्र एवं राष्ट्रीय महिला आयोग तुंरत संज्ञान लेकर सक्रिय हो और समस्त उत्तरदायी लोगों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई हो. घोर निंदनीय!’
अखिलेश यादव लगातार महाकुंभ में अव्यवस्था और ट्रैफिक जाम की समस्याओं समेत तमाम मुद्दों को लेकर योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं. यही नहीं उन्होंने महाकुंभ पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान का भी समर्थन किया है. उन्होंने कहा पश्चिम बंगाल के भी कई लोग महाकुंभ भगदड़ का शिकार हुए हैं. उन्होंने जो कहा वो सही है. महाकुंभ में इतने लोग मारे गए हैं कि सरकार आंकड़ा तक नहीं बता पा रही है. लोगों की शिकायत तक दर्ज नहीं की गई.