(Arya News Lucknow)Vivek Sahu
विश्व पर्यटन दिवस समारोह संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन द्वारा 1980 में शुरु किया गया जो प्रत्येक वर्ष 27 सितम्बर को मनाया जाता है.यह विशेष दिन इसलिये चुना गया क्योंकि इस दिन 1970 में यू.एन.डब्ल्यू.टी.ओ. के कानून प्रभाव में आये थे जिसे विश्व पर्यटन के क्षेत्र में बहुत बडा मील का पत्थर माना जाता है, इसका लक्ष्य विश्व पर्यटन की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में अन्तर्राष्ट्रीय समुदायों के साथ साथ सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक मूल्यों को वैश्विक स्तर पर कैसे प्रभावित करता है के बारे में लोगों को जागरुक करना है.
इस दौरान देश में सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों ने देश भर में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया है था. इसको मनाने का पहला आईडिया नाइजीरियाई नागरिक अमाडुवा अदिग्बी का था. इस बार का ग्लोबल थीम ”टूरिज्म एंड ग्लोबल ट्रांसफॉर्मेशन”
पूरी दुनिया में टेक्नोलॉजी के बदलते स्वरुप और उसकी वजह से सूचनाओं के प्रसार के बदलते तरीके ने हमारे जीवन को काफी प्रभावित किया है. इसे देखते हुए विश्व पर्यटन संगठन ने इस साल के टूरिज्म डे का ग्लोबल थीम ”टूरिज्म एंड ग्लोबल ट्रांसफॉर्मेशन” रखा हैं. पूरी दुनिया को अपने अाध्यात्म,सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए आकर्षित करने वाले देश ‘भारत’ में भी विश्व पर्यटन दिवस काफी धूम-धाम से मनाया जा रहा है. इस दौरान राजधानी दिल्ली समेत देश के अलग-अलग भागों में अनेक कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को पर्यटन दिवस के मौके पर लोगों को जानकारियां सुलभ कराई जा रही हैं और उन्हें जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है.
राजधानी दिल्ली में इंडिया गेट के पास ‘पर्यटन पर्व’ प्रदर्शनी का आयोजन भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने किया है. 10 दिनों के इस कार्यक्रम की शुरुआत 16 सितंबर को हुई थी जिसका 27 सितंबर को समापन होगा. इसमें पूरे देश के विभिन्न राज्यों के अनेक स्टाल लगाए गए हैं. जिसके माध्यम से पर्यटकों को देश के अनेक राज्यों के पर्यटन स्थलों की जानकारियां सुलभ कराई जा रही हैं. ”अतिथि देवो भव” की परिकल्पना वाले इस देश में बड़े पैमाने पर विदेशी पर्यटक घूमने आते हैं. जिसकी वजह से भारत में रोजगार के अनेक अवसर भी बढ़े हैं.