(www.arya-tv.com) बांदा में गुरुवार को बीएड प्रवेश परीक्षा चल रही थी। कॉन्स्टेबल यादवेंद्र यादव ड्यूटी पर थे। तभी उन्हें घबराहट होने लगी। इस दौरान कॉन्स्टेबल आधे घंटे में 2 से 3 लीटर पानी पी गए। उनकी हालत बिगड़ने लगी तो जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
गाजीपुर के रहने वाले यादवेंद्र यादव (35) की तैनाती बांदा के कोतवाली नगर में थी। गुरुवार को पीटीजेएन डिग्री कॉलेज में बीएड प्रवेश परीक्षा में ड्यूटी लगी थी।कॉन्स्टेबल की मौत पर दैनिक भास्कर ने प्रदेश के 3 टॉप एक्सपर्ट्स से वजह जानी। आगे जानते हैं कि उन्होंने क्या बताया?
बॉडी टेम्परेचर का रेगुलेशन कैसे होता है?
KGMU के फिजियोलॉजी डिपार्टमेंट की पूर्व HOD डॉ. सुनीता तिवारी कहती हैं, बॉडी टेम्परेचर का रेगुलेशन ब्रेन से होता। ब्रेन के अहम भाग हाइपोथैलेमस को टेम्परेचर रेगुलेटिंग सेंटर कहा जाता है। हीट स्ट्रोक में यही चीज सबसे पहले गड़बड़ हो जाती है।
आमतौर पर बॉडी की अंदर की कोर टेम्परेचर 96°F के आसपास ही रहता है। लेकिन, जब बेहद ज्यादा गर्मी होती है तो यह तापमान और ज्यादा हो जाता है। इस दौरान एक साथ खूब पानी पी भी लिया तो यह तुरंत अब्जॉर्ब नहीं होता। इस दौरान शरीर में स्ट्रोक के साथ मल्टीपल ऑर्गन फेलियर हो सकता है। इस मामले में भी कुछ ऐसा ही लग रहा है।
चिल्ड वाटर हो सकता है जानलेवा
सिविल अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉ. एनबी सिंह कहते हैं कि यह सडेन डेथ का मामला लग रहा है। अगर कॉन्स्टेबल को हार्ट की कोई बीमारी पहले से नहीं है तो 2 कारणों की वजह से अचानक मौत होने की आशंका है। पहला कारण ब्रेन स्ट्रोक यानी गर्मी की वजह से ब्रेन में बहुत डिहाइड्रेशन के बाद स्ट्रोक आना हो सकता है। वहीं दूसरा कारण हार्ट अटैक भी संभव है। जब अचानक बहुत ठंडा पानी एक साथ पी लिया जाए तो ब्रेन स्ट्रोक या हार्ट अटैक हो सकता हैं।