71 साल बाद एक साल में सबसे कम शादियां:; हवाई-बाली जैसी जगहों पर आयोजन

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(www.arya-tv.com)कोरोना महामारी ने जापानी युवाओं में शादी न करने के ट्रेंड को और तेजी से बढ़ा दिया है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 2020 में पूरे देश में 5,37,583 शादियां हुईं। यह 2019 की तुलना में 12.7% कम है, जो 71 साल में सबसे बड़ी गिरावट है। 2020 में 872,683 बच्चों का जन्म हुआ। 2019 की तुलना में 25,917 बच्चे कम पैदा हुए। बच्चों के जन्म के मामले में यह गिरावट 122 साल में सबसे अधिक है।

इसकी वजह युवाओं पर बढ़ता आर्थिक दबाव है। इस वजह से जापानी आबादी सिकुड़ रही है और बूढ़ी हो रही है। शादी के घटते ट्रेंड के बीच वेंडिंग कंपनियां इनोवेटिव आइडिया लाई हैं। मिसाल के तौर पर यहां कई कंपनियां फेक शादी करा रही हैं, ताकि महिलाएं शादी की रस्मों को महसूस कर सकें और इस यादगार दिन को सहेज सकें।

जापान में 20-49 साल के एक चौथाई लोग कुंवारे
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इस पैकेज के तहत युवती को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। शादी की रस्में होती थी। किराए पर दूल्हा व मेहमान बुलाए जाते है। एल्बम भी बनती है। यह ब्रेन चाइल्ड आइडिया सर्का ट्रैवल कंपनी की प्रेसिडेंट युकिको इनोयु का था। वे बताती हैं कि देश के युवाओं को शादी के लिए प्रेरित करने के लिए यह पैकेज शुरू किया था। इस आयोजन से महिलाओं को सकारात्मकता मिलती है। लेकिन अब लोग बहुत ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे। वे बताती हैं कि जापान में 20-49 साल के एक चौथाई लोग कुंवारे हैं।

उन्होंने बताया कि आज से 15 साल पहले ऐसा किसी ने भी सोचा नहीं था। लोग वित्तीय परिस्थिति और रोजगार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। कोरोना ने इस सोच को सिर्फ गति दी है। लोगों को प्रेरित करने के लिए वेडिंग कंपनियां हवाई, बाली जैसी भव्य जगहों पर शादी करा रहे हैं। विदेशी पुरोहितों और पादरियों की सेवाएं ली जा रही है। पर ये कारगर सिद्ध होते नहीं दिख रहे।

शादी करने की रूचि घटी
योकोहामा में वेडिंग कंपनी में पुरोहित क्रिस डन बताते हैं कि महामारी से पहले ही लोगों में शादी करने की रूचि काफी घट गई थी। एक दशक पहले हर शनिवार-रविवार को मैं 7-8 शादियां करवाता था। पिछले कुछ वर्षों में शादी समारोह खत्म हो गए। अब मैं एकाद शादी करा पा रहा हूं। कई वीकेंड तो खाली निकल जाते हैं।

युवाओं को रिझाने के लिए ऑनलाइन डेटिंग की व्यवस्था कर रहीं कंपनियां
शादी करवाने वाली एजेंसी में काम करने वाले यामाकोशी बताते हैं कि हमने बीते साल अप्रैल में ऑनलाइन डेटिंग एप शुरू किया था, यहां लोगों की संख्या दोगुनी हो गई है। जैसे ही सरकार ने लोगों को बाहर जाने से रोका, लोगों ने बातचीत करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अपना लिया। यामाकोशी आशावान है कि इस प्रयास से जापानी युवा शादी के लिए प्रेरित हो सकेंगे।