(www.arya-tv.com)लखनऊ में नौकरी करने के लिए आईं युवतियां रुपयों की चाह में फंसकर टेलीकॉलर से कॉलगर्ल बन गईं। आलमबाग पुलिस ने मंगलवार को एक सेक्स रैकेट संचालिका समेत 7 युवतियों को पकड़ा। दो एजेंट भी गिरफ्तार किए गए। पुलिस के मुताबिक ज्यादा पैसा कमाने के लालच में यह लड़कियां गलत काम कर रही थीं। यह लड़कियां उन्नाव, प्रयागराज, गोरखपुर, बहराइच आदि जिलों की हैं।
आलमबाग इंस्पेक्टर अमरनाथ विश्वकर्मा ने बताया कि मधुबन नगर स्थित एक घर में एक महिला सेक्स रैकेट चला रही थी। संचालिका समेत सात युवतियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, प्रयागराज निवासी एजेंट हर्षित पांडेय और उन्नाव निवासी मुकेश पाल को भी पकड़ा गया है। रैकेट से जुड़े अन्य लोगों के विषय में जानकारी जुटाई जा रही है।
हर दूसरे महीने बदलती थी ठिकाना
पुलिस पूछताछ में सेक्स रैकेट संचालिका ने बताया कि पुलिस और आसपास के लोगों की निगाह इन पर न पड़े इसके चलते हर दूसरे महीने ठिकाना बदलती थीं। ग्राहक लाने का काम एजेंट करते थे। जो ग्राहक एक बार आता था वह फोन नंबर से संपर्क में रहता था। उसे ठिकाना बदलने का संदेश भेज दिया जाता था, जिससे काम पर कोई फर्क नहीं पड़ता था।
आसपास के जिलों की हैं कॉलगर्ल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पकड़ी गई अधिकतर लड़कियां आसपास के जिलों से काम की तलाश में आई थीं। अपने शौक पूरे करने के साथ शादी के लिए पैसा जुटाने के लिए किसी भी कीमत को चुकाने को तैयार थीं, जिसका फायदा उठाकर सेक्स रैकेट संचालिका ने इन्हें टेलीकॉलर की नौकरी की जगह कॉल गर्ल की नौकरी शुरू करा दी।