वाराणसी नगर निगम के कार्यकारिणी बैठक में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है जिसकी चर्चा इस समय पूरे जनपद में है. दरअसल काशी में मोक्ष की कामना को लेकर शहर के बाहर से भी लोग अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए पहुंचते हैं. विशेष तौर पर मणिकर्णिका घाट, हरिश्चंद्र घाट पर पूरे दिन शवदाह करने के लिए परिजनों का पहुंचना जारी रहता है. ऐसे में वाराणसी नगर निगम की तरफ से इन श्मशान घाटों के आसपास लकड़ियों की दुकानों के लाइसेंस जारी करने का फैसला लिया गया है.
एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के अनुसार वाराणसी नगर निगम की बैठक में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है जिसमें जनपद के मणिकर्णिका घाट, हरिश्चंद्र घाट और सरायमोहाना पर स्थित लकड़ी की दुकानों का लाइसेंस जारी करने का फैसला लिया गया है. इसके अलावा करीब 10 दिन का कोटा निर्धारित करने की भी व्यवस्था तय किए जाने संबंधित प्रस्ताव पर चर्चा हुई है. यानी अब स्पष्ट है कि वाराणसी के इन श्मशान घाटों के आसपास लकड़ी की दुकानों का लाइसेंस जारी होगा. जिन दुकानदारों को लाइसेंस मिलेगा, वही अंतिम संस्कार में इस्तेमाल होने वाली लकड़ी को बेच पाएंगे.
बनारसको स्वच्छ बनाने के लिए बैठक
वाराणसी नगर निगम की बैठक में घाट और गलियों के साथ-साथ शहर के अलग-अलग क्षेत्र को साफ – स्वच्छ बनाने, ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर करने, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था तय करने संबंधित विषय कों लेकर चर्चा हुई. वाराणसी की अन्य बुनियादी सुविधाओं से जुड़ी व्यवस्थाओं को लेकर भी नगर निगम में विस्तार से चर्चा हुई.