(www.arya-tv.com) वाराणसी में गंगा के उफान ने सब कुछ जलमग्न कर दिया है. काशी के खूबसूरत घाटों पर सिर्फ पानी-पानी ही पानी नजर आ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अब गंगा ने शहर की गलियों का रुख कर दिया है. गंगा के तटवर्ती इलाकों में बसे रिहायशी कॉलोनियों पर बाढ़ का संकट मंडरा रहा है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है. वहीं गंगा के उफान के कारण अब प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट पर है. वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा खुद इसकी कमान संभाल रहे हैं.
बाढ़ से बचाव के लिए कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने अफसरों के साथ बैठक कर रैनबसेरा, राहत शिविर सहित जल पुलिस को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए हैं ताकि बाढ़ प्रभावित लोगों को ज्यादा परेशानी न हो.
इन इलाकों में बाढ़ का खतरा
शहर के नगवां, अस्सी घाट, सामने घाट, मारुति नगर, कोनिया, सरैया सहित अन्य क्षेत्रों में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए रैनबसेरा शुरू करने और उसमें हर जरूरी इंतजाम के निर्देश कमिश्नर ने अफसरों को दिया है. नगर निगम को सफाई, सेतु निगम को सड़कों के उचित मरम्मत और देखरेख की जिम्मेदारी दी गई है.
अलर्ट पर एनडीआरएफ और जल पुलिस
इसके अलावा एनडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है. एनडीआरएफ को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए निर्देश दिया गया है. इसके अलावा जल पुलिस और सिविल पुलिस को भी विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.खतरे के निशान के करीब पहुंची गंगा
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, वाराणसी में गुरुवार की सुबह गंगा नदी का जलस्तर 69.02 मीटर के करीब रहा. बीते 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 1 मीटर की बढ़ोतरी हुई है.अब भी गंगा का पानी 6 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है. ऐसे ही रहा तो शुक्रवार को गंगा खतरे के चेतावनी बिंदु को पार कर जाएगी.
खतरे के निशान के करीब पहुंची गंगा
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, वाराणसी में गुरुवार की सुबह गंगा नदी का जलस्तर 69.02 मीटर के करीब रहा. बीते 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 1 मीटर की बढ़ोतरी हुई है.अब भी गंगा का पानी 6 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है. ऐसे ही रहा तो शुक्रवार को गंगा खतरे के चेतावनी बिंदु को पार कर जाएगी.