लखनऊ नगर निगम के खाली प्लाट मालिक सावधान ! कूड़ा मिला तो लग सकता है 50 हजार का जुर्माना

Lucknow
  • लखनऊ नगर निगम के खाली प्लाट मालिक सावधान ! कूड़ा मिला तो लग सकता है 50 हजार का जुर्माना
  • नगर निगम द्वारा बार-बार खाली प्लाटों की सफाई कराई जाती है ,उसके बाद भी पुनः प्लाट कूड़े, मलबे, गंदगी से भर जाते हैं 
  • शेष खाली प्लाटों का कर निर्धारण 15 दिन में पूर्ण करें जोनल अधिकारी

(www.arya-tv.com)लखनऊ नगर निगम सीमा क्षेत्र में संक्रमण को रोकने और गंदगी से बचाने के लिए नगर निगम के आयुक्त अजय कुुमार द्विवेदी ने एक अच्छी शुरूआत की है। श्री द्विवेदी ने बताया कि शहर में भ्रमण के दौरान अक्सर देखने को मिला है कि जहां—जहां प्लाट खाली पड़े है। वहां पर आसपास के लोगों द्वारा कूड़ा फैका जाता है। इससे वहां पर संक्रमित बीमारियों के फैलने का खतरा बना रहता है। इसकी रोकथाम के लिए नगर निगम के खाली पड़े प्लाटों का कर निर्धारण कर भू स्वामियों को सचेत किया है कि जल्द ही अपने— अपने प्लाटों की बाउंड्री करवा लें।

जिससे कि वहां पर किसी भी प्रकार की कोई गंगदी व्याप्त न हो। इसके साथ ही जिसमें बाउंड्री भी नहीं हुई, उन प्लाटों में मलबा कूड़ा गंदगी का ढेर होने के कारण बहुत सी बीमारियां फैलने का डर बना रहता है । नगर निगम द्वारा बार-बार खाली प्लाटों की सफाई कराई जाती है ,उसके बाद भी पुनः प्लाट कूड़े, मलबे, गंदगी से भर जाते हैं । ऐसे शहर के समस्त नागरिकों, प्लाट के मालिकों, भवन स्वामियों को अवगत कराया जाता है कि नगर निगम द्वारा ऐसी स्थिति में विभिन्न प्रकार की कार्रवाई शुरू की गई है । जिसमें खाली प्लाटों का कर निर्धारण, अब तक 4168 प्लाटों का कर निर्धारण किया जा चुका है शेष खाली प्लाटों का कर निर्धारण 15 दिन में पूर्ण करने के लिए नगर आयुक्त  ने सभी जोनल अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है ।

कर निर्धारण के अतिरिक्त जिन भी प्लाटों पर कूड़ा, मलवा गंदगी पाई गई, ऐसे प्लाट के स्वामियों को सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट रूल 2016 के अंतर्गत रु 50,000 तक का जुर्माना किया जाएगा । संपत्ति कर एवं जुर्माने की धनराशि नहीं जमा करने पर, यदि उन खाली प्लाटों पर बाउंड्रीवाल करके कूड़ा मलवा डंप होना नहीं रोका गया तो ऐसे प्लाटों की नीलामी की कारवाई नगर निगम द्वारा की जाएगी । अतः सभी शहर वासियों से अपील है कि उपरोक्त स्थिति से बचने तथा लखनऊ नगर निगम के द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान में सभी शहर वासियों को सहयोग करते हुए कठोर कार्रवाई की स्थिति नहीं आने देना चाहिए।