(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी नौकरियों का बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के अलग-अलग विभागों में 74 हजार रिक्त पदों पर जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करने को कहा है।
सीएम ने शुक्रवार इसके लिए अलग-अलग चयन आयोग के चेयरमैन के साथ मीटिंग की। सभी को निर्देश दिया कि यह काम पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से होना है। खराब छवि वाले स्कूलों को एग्जाम सेंटर बिल्कुल न बनाया जाए। परीक्षाएं पूरी तरह नकल विहीन होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की प्रिलिमनरी एग्जामिनेशन के लिए तिथि जल्द तय कर दी जाएगी।
परीक्षार्थियों की परीक्षा देने की अधिक दूरी तय करनी पड़े
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी भर्तियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं के आयोजन के समय अभ्यर्थियों की सुविधा का भी ध्यान रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि अभ्यर्थियों को परीक्षा देने के लिए अधिक दूरी न तय करनी पड़े। हर हाल में यह सुनिश्चित किया जाए कि परीक्षाएं नकलविहीन और पारदर्शी ढंग से आयोजित की जाएं। सीएम ने सभी आयोग/बोर्ड के अध्यक्षों से समय से भर्तियां करने की कहा है। उन्होंने कहा कि शासन से जुड़े मामलों में संबंधित अध्यक्ष मुख्यमंत्री कार्यालय से सीधे सम्पर्क कर समस्या का तुरन्त समाधान कराएं‚ ताकि भर्ती की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाई जा सके।
ये आयोग करवाएंगे भर्ती प्रक्रिया
उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 30,000 पदों पर भर्तियां की जानी हैं‚ जबकि उप्र उच्चतर शिक्षा चयन आयोग द्वारा 17,000 पदों पर भर्ती की जाएंगी। इसी प्रकार उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा 27000 पदों पर भर्तियां की जाएंगी। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव कार्मिक एवं कृषि देवेश चतुर्वेदी‚ अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा मोनिका एस गर्ग‚ अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला‚ अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल‚ सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार‚ उप्र लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत‚ उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार‚ उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के अध्यक्ष प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा तथा उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष बीरेश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
5805 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को जेल वार्डर, घुड़सवार पुलिस और फायरमैन के पदों पर चयनित 5,805 युवाओं को नियुक्ति-पत्र वितरण कार्यक्रम में 12 चयनित अभ्यर्थियों को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र दिया। इस मौके पर सीएम ने कहा कि यूपी में भ्रष्टाचार की जगह नहीं, प्रतिभा का सम्मान है। सवा चार साल में यूपी में सरकारी पदों पर हुई हर भर्ती ने शुचिता, पारदर्शिता और ईमानदारी की मिसाल कायम की है।
2017 के पहले जिस यूपी में भर्ती प्रक्रिया भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और वसूली की ‘पारिवारिक महाभारत’ की भेंट चढ़ जाती थी, वहां चार लाख से अधिक पदों पर हुई नियुक्तियों में से एक पर भी सवाल नहीं किया जा सकता। यह नई कार्य संस्कृति, नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की है। यहां भ्रष्टाचार का जगह नहीं, प्रतिभा का सम्मान है।