उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री और भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी (भासप) के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने एक बड़ा राजनीतिक दावा किया है. उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी अगले 10 वर्षों में उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज होगी. यही नहीं, उन्होंने 14 अप्रैल को बिहार जाकर वहां भी अपनी राजनीतिक मौजूदगी दर्ज कराने की बात कही. उन्होंने कहा, ‘बिहार में अब अंगद की तरह पैर जमाऊंगा, जिसे कोई हिला नहीं सकेगा.’
मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने यह बातें रविवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में काली पूजन समारोह के दौरान कही. इस मौके पर उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों पर भी निशाना साधा और खुद की तुलना एक फलदार पेड़ से की. उन्होंने कहा, ‘सूखे पेड़ पर कोई पत्थर नहीं मारता. मैं फलदार पेड़ हूं, इसलिए लोग मुझ पर सवाल उठाते हैं.’
राजभर समाज को साधने की कोशिश
गाजीपुर जिले और पूर्वांचल में ओमप्रकाश राजभर की राजनीतिक पकड़ मानी जाती है. वे पिछड़े वर्ग, खासकर राजभर समाज के बीच लोकप्रिय नेता हैं. वे अक्सर अपने बयानों और राजनीतिक गतिविधियों से चर्चा में रहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी गरीब, पिछड़े, दलित और वंचित समाज की आवाज बन रही है और भविष्य में यह आवाज और मजबूत होगी.
‘मैं फलदार पेड़ हूं’
मंत्री ने बताया कि 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती के मौके पर वे बिहार जाएंगे. वहां वे अपनी पार्टी की मौजूदगी को बढ़ाएंगे. उन्होंने कहा, ‘बिहार में अब भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी की मजबूत शुरुआत होगी. हम वहां भी राजनीतिक विकल्प बनेंगे.’
राजनीति में बढ़ रही सक्रियता
गौरतलब है कि ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा फिलहाल उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में सहयोगी है और वे पंचायती राज मंत्री हैं. लेकिन समय-समय पर वे सरकार और सहयोगी दलों की नीतियों पर भी अपनी राय खुलकर रखते हैं. 2022 के विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी ने भाजपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था.
ओमप्रकाश राजभर के यह बयान एक तरफ जहां उनकी पार्टी की बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को दर्शाते हैं, वहीं यह भी साफ है कि वे खुद को अब केवल यूपी ही नहीं, बिहार की राजनीति में भी स्थापित करना चाहते हैं. आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वाकई उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा चेहरा बनकर उभरती है या यह सिर्फ एक चुनावी रणनीति का हिस्सा है.