कानून को दिखाया ठेंगा… महज 4 हजार में बन गया पुलिस इंस्पेक्टर, ये है यूपी का नटवरलाल

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(www.arya-tv.com) हाइवे स्थित अबू उलाह दरगाह कट के पास एक इंस्पेक्टर साहब  वाहनों की चेकिंग कर रहे थे. मोबाइल से बाकायदा वाहनों की फोटो भी ले रहे थे. वाहन चालक, चालान के डर से इंस्पेक्टर जी के सामने कुछ पूछने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे थे . बस चुपचाप उनकी बात मान लेते थे कि कहीं इंस्पेक्टर साहब नाराज ना हो जाए और उनका चालान न कट जाए. या फिर साब गाड़ी सीज ना कर दें.

इंस्पेक्टर साहब कंधे पर 3 स्टार, चमकदार वर्दी पहने हुए थे. जो कोई भी इंस्पेक्टर साहब को देखा असली का समझा. लेकिन माजरा यहां कुछ और निकाला. न्यू आगरा पुलिस को सूचना मिली कि एक थ्री स्टार लगाए एक इंस्पेक्टर साहब वाहनों की चेकिंग कर रहा है और पैसा मांग रहा है. दरोगा को पहले लगा कि वास्तव में कोई इंस्पेक्टर न हो. पूछताछ शुरू की तो राज खुल गया. युवक फर्जी इंस्पेक्टर निकला .

पहली नजर में लगता था असली इंस्पेक्टर
डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि चौकी इंचार्ज न्यू आगरा डिवीजन मांगेराम ने फर्जी इंस्पेक्टर को पकड़ा. नकली इंस्पेक्टर वर्दी पहने था. कंधे पर स्टार लगे थे. जूते भी पुलिस वाले थे. पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम देवेंद्र उर्फ राजू बताया. आरोपित राजपुर चुंगी, राजेश्वर मंदिर के पास का रहने वाला है. उसकी उम्र 34 साल है. कोई भी पहली नजर में देखता तो वह असली इंस्पेक्टर नजर आता था.

बिजली घर मार्केट से 4 हज़ार में खरीदी थी वर्दी
पुलिस ने आरोपित से पूछा कि उसके पास वर्दी कहां से आई. आरोपित ने पुलिस को बताया कि जूते सहित पूरी वर्दी चार हजार रुपये में बिजलीघर के पास से खरीदी थी. उसे लगा कि मोबाइल से फोटो खींचकर ऑटो चालकों को डराएगा. चालान के डर से वे कुछ न कुछ देंगे. पुलिस ने आरोपित के खिलाफ रंगदारी और धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है आरोपित के पास से 2015 रुपये भी बरामद किए गए. ये रकम उसने ऑटो वालों से वसूली थी. आरोपित के खिलाफ हरीपर्वत थाने में पहले से चोरी का एक मुकदमा दर्ज है.